नक्षत्र- उग्रसंज्ञक ऊध्र्वमुख नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद रात्रि 5.58 तक उपरंात उत्तराभाद्र नक्षत्र रहेगा। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में क्र य विक्रय, पौधरोपण वाहन क्रय विक्रय, व्यापार आरंभ, नवीन व्यापार आरंभ जैसे कार्य शुभ माने जाते हैं, परंतु चातुर्मास में देव शयन के कारण मंागलिक तथा शुभ कार्य निशिद्ध रहते हैं। समय शुद्धि होने पर मंगलकारी कार्य सुखद रहते हैं।
शुभ मुहूर्त- आज जय तिथि के दिन पत्र लेखन कर्जनिपटारा, मित्र मिलन, सुखद कार्य, औषधि सेवन जैसे कार्य मंगलकारी माने जाते हैं। जन हितैषी कार्य हेतु आज का दिन शुभ है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 7.30 से 10.30 लाभ तथा अमृत दोपहर 12.00 से 1.30 शुभ एवं रात्रि 9.00 से 10.30 तक लाभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज भगवान शिव की आराधना का परम पावन व्रत प्रदोष व्रत का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। भगवान शिव का अभिषेक करना कल्याणकारी रहेगा।
चन्द्रमा : रात्रि 11.17 तक कुम्भ राशि में उपरंात गुरु प्रधान राशि मीन राशि में संचरण करेगा।
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ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कन्या राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का हस्त नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पश्चिम दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास उत्तर दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 10.30.00 बजे से 12.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर से,सो,सा अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि कुम्भ तथा राशि स्वामी शनि होते हंै। कुम्भ राशि में जन्मे जातकों का स्वभाव प्राय: विनम्र, कार्यकुशल, कुशल वक्ता, शिल्पकार, स्वतंंत्र व्यवसाय में विशेष रुचि रखने वाले, उदारवादी, चंचल तथा अधिक मित्र वाले होते हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता तथा उन्नति के सुंदर योग बनते हैं।