जबलपुर. निजी स्कूलों में फीस वृद्धि की जांच में अनाप-शनाप वसूली की पोल खुलने लगी है। बिना तर्कसंगत आधार के फीस बढ़ा कर अभिभावकों से राशि वसूली गई। अब जांच में मामला सामले आने के बाद स्कूल प्रबंधन लीपापोती के प्रयास में लगे हुए हैं। अनाधिकृत फीस वृद्धि मामले को लेकर गुरुवार को कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आंतरिक समिति की बैठक में हैरतअंगेज खुलासा हुआ। इसमें सामने आया कि एक स्कूल ने 1 करोड़ 64 लाख रुपए की अनुचित राशि फीस के रूप में वसूल ली है। यह सुनकर कलेक्टर भी हैरान रह गए। उन्होंने स्कूलों से जुड़े सभी जानकारियों को विधिवत तलब करने के लिए कहा। अब इस तरह वूसली गई फीस को ब्याज सहित वापस कराने की तैयारी है।
एफआइआर कराई जाएगी जांच दल की समीक्षा में यह बात सामने आई है कि अधिकांश स्कूलों में अनाधिकृत व बिना तार्किक आधार के फीस वृद्धि की है। जिसकी सूचना सक्षम प्राधिकारी को दी गई है न ही जिला शिक्षा समिति को बताया गया। कलेक्टर सक्सेना ने नाराजगी दर्ज करते हुए कहा कि चुपके से फीस बढ़ाना अनुचित लाभ कमाने व चीटिंग की श्रेणी में आता है। अत: उन पर नियमानुसार फाइन करने के साथ ही एफआईआर करने के साथ ही ब्याज सहित फीस की वापसी भी करनी होगी। गुरुवार को फीस मामले को समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर मिशा सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, ट्रेजरी ऑफिसर विनायिका लाकरा उपस्थित थे।
स्कूलों की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई है कि बिना जानकारी दिए कई स्कूलों द्वारा अनाधिकृत रूप से फीस में बढोत्तरी की गई है। ऐसे स्कूलों को नहीं बशा जाएगा। रिपोर्ट आने पर स्कूलों के खिलाफ सत कार्रवाई की जाएगी।
दीपक सक्सेनाकलेक्टर जबलपुर