माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से करीब चार लाख कॉपियां जिले में भेजी गई हैं, जो बीते साल की तुलना में करीब डेढ़ लाख कॉपियां ज्यादा हैं। इनकी जांच 20 मार्च से शुरू हुई और अब तक करीब एक लाख 75 हजार कॉपियां ही जांची जा सकी हैं। जबकि, दो लाख 25 हजार कॉपियां बची हैं। जांची जा रही कॉपियों में सर्वाधिक 10वीं की बताई जाती है। यह करीब पौने तीन लाख हैं। वहीं, बारहवीं की कापियों की संख्या एक लाख 12 हजार हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से मई-जून में परीक्षा परिणाम जारी करने को लेकर हर हाल में अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक मूल्यांकन खत्म कराने की कवायद की जा रही है।
कॉपियों की जांच में माशिमं इस बार सख्त है। जांच स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही मोबाइल फोन ले जाना भी प्रतिबंधित किया गया है। फैक्ट फाइल
04 लाख बोर्ड परीक्षा कॉपियां
1.75 लाख कापियों की ही जांच
1800 शिक्षकों की लिस्टिंग
1000 शिक्षक प्राइवेट
800 शिक्षक शासकीय
550 शिक्षक ही पहुंच रहे
प्राइवेट स्कूल शिक्षकों को रिलीव करने से बचना ठ्ठ स्कूलों में रिजल्ट, एडमिशन में शिक्षकों की तैनाती ठ्ठ 40 फीसदी शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों से ठ्ठ बढ़ती गर्मी और दूरस्थ स्थानों से आने में परेशानी ठ्ठ कम पारिश्रमिक और अर्थदंड का डर भी वजह
प्रभा मिश्रा, मूल्यांकन केंद्र अधिकारी