scriptतीन लाख बच्चों को यह खास दवा देने के निर्देश, इस गंभीर संक्रमण से बच सकेंगे | pulse polio abhiyan 2019 in jabalpur | Patrika News

तीन लाख बच्चों को यह खास दवा देने के निर्देश, इस गंभीर संक्रमण से बच सकेंगे

locationजबलपुरPublished: Mar 31, 2019 10:06:01 pm

Submitted by:

deepankar roy

स्वास्थ्य विभाग कर रहा तैयारी, एक साथ सभी बच्चों को दी जाएगी खुराक
 

pulse polio abhiyan 2019 in jabalpur,medicine online,medicine online order,online medicine delivery app,pulse polio program,pulse polio program in india,pulse polio dates 2019 in mp,child health problems,child health care,child health care tips,child health care tips in hindi,child health care tips in hindi,baby care tips,baby care tips,vaccination for baby,vaccination chart in hindi,shishu tikakaran card,tikakaran ki jankari,Jabalpur,

pulse polio abhiyan

जबलपुर. जिले में तीन लाख से ज्यादा बच्चों को एक विशेष दवा की खुराक दी जाएगी। यह दवा उन्हें एक गंभीर संक्रमण का शिकार होने से बचाने के लिए देने का निर्णया किया गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। चिकित्सकों के अनुसार पोलियो वायरल इंफेक्शन से होने वाली एक लाइलाज बीमारी है। इसमें एक अंग पाइरालाइज्ड हो जाता है। बीमारी की चपेट में कम उम्र के बच्चे आते हैं। संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए अगले महीने बच्चों को दो बूंद दवा पिलाई जाएगी। इस ड्रॉप के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में दो हजार से ज्यादा बूथ बनाने का निर्णय किया है। इसमें सभी नर्सरी, प्रायमरी स्कूल से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं। तीन लाख से अधिक बच्चों को दवा दी जाएगी। पल्स पोलियो का अभियान 7 से 9 अप्रैल के बीच चलेगा। जिले में पहले ही दिन अधिकतर बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। कोई भी बच्चा ड्रॉप से न चकू इसलिए 20 मोबाइल टीम बनायी हैं। ये पहुंच विहीन स्थानों तक जाकर टीकाकरण करेंगी।

हर बच्चे को दवा पिलाने ये है तैयारी-

7 अप्रैल से तीन दिन चलेगा वैक्सीनेशन

5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पिलाई जाएगी दवा

3 लाख 85 हजार बच्चों को जिले में पिलाएंगे दवा

2 हजार 83 पोलियो बूथ बनाने का निर्णय

4 हजार 488 कर्मियों की ड्यूटी बूथ वैक्सीनेटर की होगी

50 मोबाइल टीम पहुंच विहीन जगह के लिए

91 ट्रांजिट बूथ, प्रमुख चौराहा, मेला, स्टेशन के लिए

124 पर्यवेक्षक अभियान की निगरानी के लिए तैनात होंगे

हर बार ड्रॉप्स पिलवाएं-
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एस एस दाहिया के अनुसार बच्चे जितने छोटे होते हैं, उन्हें पोलियो इंफेक्शन का खतरा उतना ज्यादा होता है। बार-बार पोलियो की खुराक पिलाने से संक्रमण की आशंका कम होती है। कई बार अभिभावक यह सोचकर कि पहले ड्रॉप पिला चुके हंै, दोबारा अनदेखी करते है। उन्हें यह जानना जरूरी है कि बूस्टर डोज सिर्फ डेढ़ वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाने वाली खुराक में होता है। इसलिए कोशिश करें कि हर बार सरकारी अभियान में बच्चे को पोलियो ड्रॉप्स पिलवाएं।

इनका रखें ध्यान:

– शिशु के जन्म के आधे घंटे बाद पहली बार पोलियो दवा पिलाई जा सकती है, लेकिन आमतौर पर जन्म से 15 दिन के अंदर पोलियो का पहला टीका दिया जाता है। इसे जीरो डोज कहते है।

– बच्चे का नियमित टीकाकरण हो रहा है। उसे एक-दो दिन पहले ही पोलियो ड्रॉप दी गई है तो भी सरकारी अभियान के तहत दो बूंद जिंदगी की बच्चे को पिलाया जाना चाहिए।

– बच्चे को बुखार, पेट में समस्या और वह अन्य कोई बीमारी से पीडि़त है तो पोलियो खुराक से पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य करना चाहिए।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो