scriptप्रदूषण के बाद भी इस नदी का पानी सबसे शुद्ध, वैज्ञानिक ने बताया राज | purest water in the world | Patrika News

प्रदूषण के बाद भी इस नदी का पानी सबसे शुद्ध, वैज्ञानिक ने बताया राज

locationजबलपुरPublished: Mar 31, 2018 11:46:16 am

Submitted by:

deepak deewan

युवा शोधार्थी अर्जुन शुक्ला ने नर्मदा के पानी में खोजी बेन्थोस और नई प्रजातियों के जीव

purest water in the world

purest water in the world

नेहा सेन @ जबलपुर. प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है इसके बावजूद भी नर्मदा जल की शुद्धता बरकरार है. दरअसल इसके आंचल में पलने वाले जीव जंतु अपनी माता की सेहत को अच्छा बनाए हुए हैं। युवा वैज्ञानिक और शोधार्थी अर्जुन शुक्ला की रिसर्च में यह बात साबित हुयी है. उन्होंने अपनी रिसर्च में यह तथ्य प्रतिपादित किया है कि नर्मदा में पाए जाने अनेक कीट ही इतना प्रदूषण होने के बाद भी पानी को शुद्ध बनाए हुए हैं। इंसानों की ओर से नदी में कचरा फैलाकर नर्मदा के आंचल को प्रदूषित किया जा रहा है। इसके बाद भी नर्मदा में पाए जाने वाले बेंथोस (एनालिडा, अर्थोपोडा और मोलस्का) की प्रजातियों के साथ कई कीट व मछलियां पानी को प्रदूषण मुक्त बनाए हुए हैं। मूलत: शहडोल की ब्योहारी तहसील से ताल्लुक रखने वाले अर्जुन ने हायर एजुकेशन संस्कारधानी से पूरी की है। एेसे में उनका कहना है कि संस्कारधानी के पर्यावरण के लिए कुछ करने का जुनून उन्हें नर्मदा नदी के दर्शन से ही मिला है।
नर्मदा में मिलीं कई प्रजातियां
अर्जुन ने बताया कि चार सालों की इस रिसर्च में उन्होंने पाया कि मप्र स्तर पर नर्मदा में कुल २४२२ प्रजातियां थीं। वहीं कुछ ही सालों में इसमें २०० से ज्यादा प्रजातियां अब मौजूद नहीं हैं। इस बीच लगातार प्रदूषण स्तर भी बढ़ा है, लेकिन नर्मदा के कीटों की उपलब्धता के कारण पानी की गुणवत्ता अब तक बनी हुई है। इसमें सबसे ज्यादा प्रजातियां बेन्थोस की है, जिसमें एनालिडा, अर्थोपोड और मोलस्का शामिल हैं। बेंथोस पानी में रहने के कारण प्रदूषण सहन नहीं कर सकते, इसलिए वे पानी की सफाई करते रहते हैं।
कीटों में भी खोजी कैंसर की दवा
नर्मदा के कीटों से प्रदूषण दूर करने के साथ अर्जुन ने कीटों में कैंसर की दवा भी खोज ली है। उन्होंने बताया कि पिता नर्मदा प्रसाद शुक्ला ने प्रेरणा लेकर उन्होंने पाया कि कैंसर का कीमोथैरेपी के अलावा कोई इलाज नहीं हैं, लेकिन कोलेप्टरा फैमिली के फफोले बीटल के रूप में पाए जो हैं। यह कीट कैंसर को ठीक करने में मदद पाने में मदद मिलती है। शहरी में बीटल्स के कैथडीरीन प्रोटीन और एपोपोसिस को रोकने का काम करते हैं, जिससे उपचार आसान होता है।

मिले अनेक अवार्ड
अर्जुन को वर्ष २०१७ में १७ अवॉर्ड भी प्रदान किए जा चुके हैं। देश के विभिन्न शहरों के साथ थाईलैण्ड, कैलिफोर्निया, दुबई जैसे देशों में जाकर पेपर प्रजेंट करने के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक का सम्मान भी प्राप्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि निदेशिका डॉ. रीता भंडारी के साथ मिलकर नर्मदा: नदी नहीं सभ्यता पर किताब भी लिखी है। इसके साथ ही शिवानी राय के साथ मिलकर नर्मदा का वैज्ञानिक संगम साइंटिफिक कन्फ्यूएंस ऑफ रिवर नर्मदा का लेखन किया है। इसमें ३०० प्रजातियों के समावेश को शामिल किया है।


loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो