शायर राहत इंदौरी ने फिर कह दी बड़ी बात ‘गांधी का कत्ल आमसभा में नहीं लोक सभा में हुआ था
जबलपुरPublished: Oct 19, 2019 05:58:52 pm
– जबलपुर में गांधी स्मरण और मुशायरा कार्यक्रम के दौरान कहीं
जबलपुर । ‘मैं तो शायर हूं। तकरीर नहीं पढ़ता। गांधी को लेकर एक शानदार कार्यक्रम था। बस इतना कहूंगा कि ‘गांधी का कत्ल आमसभा में नहीं लोक सभा में हुआ थाÓ। ये बात शायर राहत इंदौरी ने जबलपुर में शुक्रवार को होटल कल्चुरी में ‘एक शाम जिंदगी के नाम: गांधी स्मरण और मुशायराÓ कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस सांस्कृतिक संध्या का आयोजन एमपी स्टेट ऑफ्थैल्मिक सोसायटी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस दृष्टिकोण-2019 के शुभारम्भ अवसर पर किया गया था। हालांकि राहत इंदौरी के कथन को जानकारों ने अपनी-अपनी तरह से लेकर प्रतिकिया दी। कार्यक्रम के दौरान डॉ. अरविंद दुबे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उनकी विचारधारा को एक अलग दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया। इसमें शहीद भगत सिंह की फांसी के मामले से लेकर स्वतंत्रता के आंदोलन में गांधी की भूमिका को लेकर होती रही आलोचनाओं पर उनके सकारात्मक दृष्टिकोण और पक्ष को रोचक अंदाज में बताया गया। इस प्रेरक व्याख्यान से कार्यक्रम में मौजूद सम्भागायुक्त राजेश बहुगुणा बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने अपने सम्बोधन के दौरान गांधी की विचारधारा को रखने के अंदाज को बेहद सरल और प्रस्तुति को गांधी की सकारात्मक भूमिका को दर्शाने वाला बताया। ऐसे व्याख्यान स्कूलों में करने के प्रयास करने की बात कही। कार्यक्रम में कलेक्टर भरत यादव भी उपस्थित थे। इससे पहले होटल में सुबह एमपी स्टेट ऑफ्थैल्मिक सोसायटी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ नई दिल्ली से आए पद्मश्री डॉ. एके ग्रोवर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के पहले दिन नेत्र रोग विशेषज्ञों ने रेफ्रेक्ट्रिव सहित अन्य सर्जरी की तकनीक के बारे में बताया। आधुनिक उपकरणों से जांच, इलाज और ऑपरेशन में नई तकनीक के प्रयोग पर अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान विषयों पर वर्कशॉप हुई। कॉन्फ्रेन्स में कोयम्बटूर की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. चित्रा रामामूर्ति, डॉ.हितेश अग्रवाल, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. अतुल मिश्रा, सचिव डॉ. परवेज अहमद सिद्दकी सहित शहर के अन्य नेत्र रोग विशेषज्ञ उपस्थित थे।
शायर रश्मि शबा, सारिक कैफी और शकील आजमी के शायरी और नगमों को सुनकर श्रोता बस वाह-वाह करते रहे।