पमरे मुख्यालय के रेलवे स्टेशन का मामला
नदारद रहते हैं सुरक्षा एजेंसी के गार्ड
अवैध वेंडर सक्रिय, बेच रहे हैं गुणवत्ताहीन खाद्य सामग्री
रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर-1 से छह तक अवैध वेंडरों की मौजूदगी रेलवे की सुरक्षा एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है। आलम यह है कि ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर रुकते ही अवैध रूप से सक्रिय वेंडर दरवाजे तक पहुंच रहे हैं। वे झोले और हाथों में खाद्य सामग्री रखकर यात्रियों को बेचते हैं। इन खाद्य सामग्री में ककड़ी, फल, पानी की बोतल आदि शामिल हैं।
कार्रवाई की जाएगी
रेल मंडल का वाणिज्य विभाग ऐसे वेंडर्स पर नजर रख रहा है। आरपीएफ भी इनके खिलाफ ड्राइव चला रही है।
- सुनील श्रीवास्तव, डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल

सुरक्षा अमला नदारद
ट्रेनों के ठहराव के दौरान रेलवे की सुरक्षा एजेंसी के गार्ड नदारद रहते हैं। इससे अवैध वेंडर ट्रेनों के दरवाजे तक पहुंच जाते हैं। इन वेंडर्स का निशाना जनरल कोच होते हैं। वेजनरल बोगी पर टूट पड़ते हैं।
वेंडर्स के कार्ड गायब
प्लेटफॉर्म पर यह भी सामने आया कि रेलवे के खाद्य लाइसेंसियों के अधिकृत वेंडर्स के पास कार्ड नहीं थे। इससे अवैध रूप से सक्रिय वेंडर्स और अधिकृत वेंडर्स की पहचान नहीं हो पाती।
बांद्रा टर्मिनल एक्सप्रेस का नजारा
मंगलवार दोपहर मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक-2 पर बांद्रा टर्मिनल एक्सप्रेस के रुकते ही फेरी लगाने वाले अवैध वेंडर पहुंच गए। वे थैलों और टोकरियों में ककड़ी, खीरा, केले, झालमुड़ी आदि रखे हुए थे। वे जनरल कोच की खिड़कियों से यात्रियों को खाद्य सामग्री बेच रहे थे। इस दौरान कुछ वेंडर्स पानी की बोतल बेच रहे थे। जानकार कहते हैं कि वे रीयूज बोतलों में स्टेशन का पानी भरकर बेच रहे थे।