मालगाडिय़ों से मिलने वाला भाड़ा 15 प्रतिशत तक पहुंचा
रेलवे को मालगाडिय़ों से अधिक भाड़ा मिलता है। यह भाड़ा यात्री ट्रेनों से मिलने वाले किराए से कई गुना अधिक होता है। पेट्रोल, कोयला, खाद्यान, आवश्यक वस्तुएं समेत अन्य चीजों का परिवहन किया जाता है। वर्तमान में मालगाडिय़ों की संख्या काफी कम है, इनसे महज 15 से 30 प्रतिशत राजस्व ही प्राप्त हो रहा है। वहीं टे्रनों में पार्सल से प्रतिदिन पश्चिम मध्य रेलवे को दस से 12 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त होता था। अब यह महज 50 हजार से 80 हजार रुपए तक पहुंच पाया है।
जबलपुर रेल मंडल
कुल रेलवे स्टेशन 112
यात्री ट्रेनों से रोजाना की आय 70 लाख
मालगाडिय़ों से रोजाना की आय 09 करोड़ रुपए
पार्सल ट्रेनों से रोजाना की आय 03 लाख रुपए
भोपाल रेल मंडल
कुल रेलवे स्टेशन 95
यात्री ट्रेनों से रोजाना की आय 72 लाख
मालगाडिय़ों से रोजाना की आय 10 करोड़ रुपए
पार्सल ट्रेनों से रोजाना की आय 04 लाख रुपए
कोटा रेल मंडल
कुल रेलवे स्टेशन 93
यात्री ट्रेनों से रोजाना की आय 65 लाख
मालगाडिय़ों से रोजाना की आय 08 करोड़ रुपए
पार्सल ट्रेनों से रोजाना की आय 2.5 लाख रुपए
(आमदनी लगभग मेंं)