पुल से की शुरुआत
पश्चिम मध्य रेलवे ने अपनी संपत्ति और रेल ट्रैक की निगरानी ड्रोन से शुरू कर दी है। जबलपुर में इसकी शुरूआत भिटौनी रेल मार्ग पर बने नर्मदा पुल से की गई है। पमरे के तीनों रेल मंडल में संरक्षा एवं परियोजनाओं की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाने लगा है। इस अभिनव पहल के सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। ड्रोन से निगरानी करने के मामले में पमरे पहला जोन है जहां यात्रियों की सुविधा, स्वच्छता और सुरक्षा को सर्वोपरि रखा गया है। पमरे के महाप्रबंधक गिरीश पिल्लई ने जबलपुर मंडल में भिटौनी के समीप रेल ट्रैक पर बने नर्मदा पुल की निगरानी को ड्रोन से शुरू किया है। इसके साथ ही भोपाल और कोटा में भी ड्रोन का इस्तमाल शुरू कर दिया गया है।
पमरे बना पहला जोन-
भारतीय रेल के सभी जोनों में पश्चिम मध्य रेल पहला जोन बन गया है। पमरे एक ऐसा जोन है जहां रेल संपत्ति के साथ संरक्षा और रेल मागज़् में चल रही परियोजनाओं पर ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। इसके साथ ही पमरे में राहत एवं बचाव अभियान की निगरानी करने ड्रोन का इस्तमाल किया जाएगा।
कहां क्यों होगा इस्तमाल- रेल संपत्ति के साथ संरक्षा और परियोजनाओं के अलावा रेल मागज़् में चल रही परियोजनाओं पर ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। पमरे मेें जबलपुर के भिटौनी समीप स्थित नर्मदा पुल सहित पूरे रेल ट्रैक पर निगरानी के लिये तैनात किया गया है। इसके साथ ही भोपाल के निशातपुरा यार्ड कवर किये जाने के बाद हबीबगंज में मिसरोद के बीच बन रही तीसरी रेल लाइन पर तैनात किया गया है।