अमल नहीं किया जा रहा है
ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के आहवान पर पश्चिम मध्य रेलवे में एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि पिछले काफी समय से रेल कर्मचारियों की मांगों को केंन्द्र व रेल मंत्रालय लंबित रखा हुआ है। जायज मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। जबकि केंन्द्र सरकार व रेल मंत्रालय ने एआईआरएफ के साथ मीटिंग में कर्मचारियों की मांगों को पूरा कराने का आश्वासन भी लगातार दिया है लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जब सरकार ने मांगें नहीं मानी तब एआईआरएफ ने पूरे देश भर में आगामी 8 से 11 मई तक 72 घंटों का क्रमिक अनशन करने का आहवान किया है।
ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के आहवान पर पश्चिम मध्य रेलवे में एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि पिछले काफी समय से रेल कर्मचारियों की मांगों को केंन्द्र व रेल मंत्रालय लंबित रखा हुआ है। जायज मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। जबकि केंन्द्र सरकार व रेल मंत्रालय ने एआईआरएफ के साथ मीटिंग में कर्मचारियों की मांगों को पूरा कराने का आश्वासन भी लगातार दिया है लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जब सरकार ने मांगें नहीं मानी तब एआईआरएफ ने पूरे देश भर में आगामी 8 से 11 मई तक 72 घंटों का क्रमिक अनशन करने का आहवान किया है।
यह है कर्मचारियों की लंबित मांगें
रेल कर्मचारियों की लंबित मांगों में जिसमें खासतौर से एनपीएस हटाओ, पुरानी गारंटीड पेंशन,फैमिली पेंशन बहाल करने, न्यूनतम वेतन एवं फिटमेट फामूर्ले में दिए आश्वासन के अनरूप तत्काल सुधार करने, रेलों की निजीकरण-निगमीकरण की नीति पर रोक लगाने, रनिंग स्टाफ की माइलेज किलोमीटर एलाउंस का रिवीजन बकाया है। उसे सातवें वेतन आयोग के तहत रिवीजन किया जाए। वर्कशॉप स्टाफ के लिए सातवां वेतन आयोग के तहत इन्सेटिव दिया जाए। लार्जेज स्कीम को शीघ्र पुन: लागू करने की मांग को सरकार द्वारा नहीं माना जा रहा है। एम्पलाइज यूनियन द्वारा 8 मई से 11 मई तक लगातार क्रमिक अनशन का निर्णय है। सचिव नवीन लिटोरिया, मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, एसके भार्गव, मनीष यादव, पीआर मिश्रा, कपिल देव मिश्रा, टीके गौतम सहित अन्य लोग मौजूद रहे।