वे बुधवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में पमरे में अपने कार्यकाल पर चर्चा कर रहे थे। जीएम सिंह इसी माह सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। अपर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक राजेश पाठक, मुख्य वाणिज्य प्रबंधक ब्रजेन्द्र कुमार उपस्थित थे।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरियार ने बताया कि कोरोना काल की विषम परिस्थिति में भी पमरे ने वर्ष 2019-20 से 2021-22 के बीच बुनियादी एवं ऑपरेशन राजस्व में वृद्धि की है। दो साल में 209 किमी की नई रेल लाइन एवं दोहरीकरण और 132 किमी रेललाइन के तिहरीकरण का कार्य पूरा किया है। भारतीय रेलवे में पूरी तरह विद्युतीकृत पहला रेल जोन है। प्रदेश का पहला मेमू शेड बनाया गया है।
यह रही प्रमुख उपलब्धियां
– 06 नयी मेमू ट्रेनों की शुरुआत (सतना-कटनी, कटनी-इटारसी, कटनी-बीना, बीना-भोपाल, सतना-मानिकपुर एवं कटनी-बरगवां)।
– 03 ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट्स (जबलपुर, भोपाल एवं कोटा) स्थापित कर पमरे भारतीय रेल में पहला जोन बना।
– भारतीय रेल पर पहला न्यू मॉडिफाइड गुड्स हाई स्पीड रेक को सीआरडब्लूएस भोपाल द्वारा विकसित किया गया।
– मध्यप्रदेश का पहला ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट को पमरे के हबीबगंज में स्थापित किया गया।
– पश्चिम मध्य रेल में पहला ऑन लाईन मॉनेटरिंग सिस्टम कटनी-सिंगरौली रेलखण्ड पर स्थापित किया।
– पमरे, भारतीय रेल पर फ्रेट स्पीड में प्रथम स्थान हासिल, 272 रेलवे स्टेशन पर वाय-फाई सुविधा है।