bullet train के जमाने में यहां एक ट्रेन समय पर नहीं दौड़ा पा रहा रेलवे
जबलपुरPublished: Oct 03, 2017 07:19:12 pm
जबलपुर-नैनपुर के बीच ट्रेन संचालन सीआरएस के ग्रीन सिग्रल के इंतजार में अटका
Railways not able to run a train at the time of the bullet train
जबलपुर। देश में बुलेट ट्रेन चलाने की योजनाओं के बीच भारतीय रेलवे की नैरोगेज को ब्रॉडगेज में बदलने की योजनाएं कछुआ गति से चल रही है। जिस जगह पर अंग्रेजों ने बरसों पहले पहाड़ों को काटकर ट्रेनें दौड़ा दी। वहां पर ब्रॉडगेज का ट्रैक बिछाकर ट्रेन दौड़ाने में रेलवे को पसीना आ रहा है। सरकार एक तरफ देश में पांच साल में बुलेट ट्रेन चलाने का दावा कर रही है। वहीं, दक्षिण पूर्व मध्य रेल के बालाघाट-नैनपुर-जबलपुर के बीच करीब २०० किलोमीटर की अमान परिवर्तन की योजना लगभग 20 वर्ष बाद भी अधूरी है। रेल प्रशासन के कई दावे की तरह इस ट्रैक पर जबलपुर-नैनपुर के बीच 2 अक्टूबर से ट्रेन दौड़ाने की योजना की फिर हवा निकल गई है। रेल प्रशासन अब दीपावली के पहले ट्रेन शुरू करने की बात कह रहा है।
एक पैसेंजर ट्रेन का 24 महीने से इंतजार
जबलपुर-नैनपुर के बीच 01 अक्टूबर 15 को नैरोगेज ट्रेनों का संचालन बंद किया गया था। नैरोगेज टे्रनें बंद होने के बाद से दोनों शहरों के फिर ब्रॉडगेज से जुडऩे का इंतजार हो रहा है। इसके लिए नैनपुर व उससे लगे दर्जनों गांवों के लोग अधिक बेसब्र हैं। क्योंकि, वे 24 महीने से इंतजार कर रहे हैं। पहले जबलपुर-सुकरी फिर सुकरी-घंसौर के बीच टे्रनों का संचालन शुरू हो चुका है। घंसौर-नैनपुर के बीच 35 किमी हिस्से में भी यात्री टे्रन दौड़ाने की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।
मौखिक अनुमति पर तैयार कर ली थी योजना
नैनपुर-घंसौर के बीच 12 दिन पहले 11 डिब्बों की स्पेशल टे्रन दौड़ाने वाले कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) का लिखित एप्रूवल नहीं मिलने से जबलपुर-नैनपुर का ब्रॉडगेज कनेक्शन अटक गया है। ईस्टर्न सर्किल कोलकाता के सीआरएस प्रमोद कुमार आचार्य ने 23 सितम्बर को निरीक्षण किया था। मौखिक तौर पर तो ट्रैक को हरीझंडी दिखा दी थी। इस आधार पर रेलवे के अफसरों ने गांधी जयंती से ट्रेन दौड़ाने की तैयारी कर ली थी, लेकिन अब तक उनका एप्रूवल बिलासपुर जोन मुख्यालय नहीं पहुंचा।
दोनों पैसेंजर ट्रेनों को नैनपुर तक दौड़ाएंगे
बिलासपुर जोन ने दो अक्टूबर से नैनपुर तक यात्री टे्रन चलाने की तैयारी की थी, लेकिन लिखित एप्रूवल नहीं मिलने से तैयारियां धरी रह गईं। बिलासपुर जोन के सूत्र बताते हैं कि एक-दो दिन में सीआरएस एप्रूवल मिलने की सम्भावना है। इसके मिलते ही रेलवे बोर्ड से जबलपुर से घंसौर तक चल रहीं दोनों पैसेंजर टे्रनों को नैनपुर तक बढ़ाने की मंजूरी प्राप्त की जाएगी। बिलासपुर जोन के अफसरों की मानें, तो एक सप्ताह के भीतर नैनपुर तक टे्रनों का संचालन शुरू हो सकता है।