कहीं खुशी, कहीं मायूसी
बेमौसम बारिश का जहां शहरी लोगों ने आंनद लिया, वहीं तेज हवााओं के कारण कई जगह होर्डिंग्स आदि गिरने लोगों को नुकसान भी उठाना पड़ा। सडक़ किनारे दुकान लगाने वाले छोटे व्यापारियों को बारिश और हवाओं के बीच परेशान होना पड़ा। वहीं ग्रामीण अंचल में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश और ओले गिरने से किसानों में मायूसी छा गई। इस समय किसानों की गेहूं की फसल पककर तैयार हो चुकी है। वहीं चना और मसूर की फसल कटकर खलिहानों में रखी हुई है। बारिश साढ़े तीन बजे तक बारिश का रुक-रुककर दौर जारी रहा। अचानक शुरू हुई बारिश से लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा। इस समय बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेरने का काम किया है। पककर तैयार फसल खराब होने की आशंका है।
कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि
शहर के आसपास के कई इलाकों में बेर के आकार के ओले गिरने से किसानों की खेत पर पककर तैयार फसल को नुकसान की आशंका है। किसान राहुल पटेल का कहना है कि जब गेहूं की फसल तैयार हो जाती है और उस दौरान ओलावृष्टि होती है तो बालियां टूट जाती हैं, जिससे नुकसान ज्यादा होता है। वहीं चना और मसूर की खलिहानों में रखी फसल गीली हो जाने से गहाई का काम भी रुक जाएगा।