15 सितम्बर के बाद शहर में वर्षा करने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून कमजोर हो जाता है। चेन्नई से आने वाले उत्तर-पूर्व मानसून की वजह से शहर व इसके आसपास कम दबाव का क्षेत्र बन जाता है। इससे मानसूनी हवाओं की दिशा बदल जाती है। सितम्बर में बहुत कम बरसात होने की यह एक बड़ी वजह है।
-आरके दत्ता, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जबलपुर