– बंगाल की खाड़ी से बने कम दबाव के क्षेत्र का असर दक्षिण छत्तीसगढ़ तक ही पहुंचा
– बारिश एक-दो दिन और कराएगी इंतजार
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बंगाली की खाड़ी में बने कम दबाव के कारण उड़ीसा होते हुए छत्तीसगढ़ के दक्षिणी क्षेत्र के ऊपर चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है। यही सिस्टम प्रदेश की ओर आगे बढ़ रहा था। पहले हवा की गति तेज होने से रविवार तक नए सिस्टम से जिले में झमामझ बारिश का अनुमान था। लेकिन, हवा की गति कम होने से इसका जिले तक आने का समय बढ़ गया है। वर्षा के लिए अभी एक-दो दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।
चिपचिपी गर्मी से परेशान -सावन के दूसरे और तीसर दिन छिटपुट बारिश के बाद लगातार दो दिन बारिश की एक बूंद जिले में नहीं पड़ी। रविवार को सुबह से ही धूप खिली। चिपचिपी गर्मी से लोग परेशान है। दोपहर को उमस इतनी अधिक बढ़ गई कि पंखे, एसी बंद होते ही घर व ऑफिस के अंदर बैठना मुश्किल था। लम्बे समय से चल रहे सिलसिले के अनुसार बादलों की खेप रविवार को भी शाम के वक्त आसमान पर मंडराई। लोकल कोई सिस्टम नहीं बना। पानी नहीं बरसने से गर्मी और उसम और अधिक महसूस हुई। रात को भी चिपचिपी गर्मी ने सुकून छीन रखा है।
सामान्य से चार डिग्री अधिक तापमान -जुलाई के दूसरे पखवाड़े में भी चौबीस घंटे तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 34.2 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री अधिक 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है। आद्र्रता सुबह के समय 78 और शाम के समय 61 प्रतिशत रेकॉर्ड की है।
शाम को बदली गति और दिशा
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार रविवार की शाम को हवा की दिशा और गति में बदलाव हुआ है। दो दिन से बेहद धीमी गति से पूर्वी और पश्चिमी हवा चली। रविवार देर शाम हवा की दिशा बदलकर दक्षिण-पश्चिम हो गई। गति भी बढकऱ पांच-छह किमी प्रति घंटा हो गई है। इन दोनों स्थिति के कारण दक्षिण छग तक पहुंचा चक्रवाती हवा के घेरे का असर एक-दो दिन तक शहर पहुंच सकता है। इस सिस्टम से तेज बारिश का अनुमान है।