जबलपुर

राखी के शुभ मुहूर्त पर भद्रा की छाया पर क्या बोले ज्योतिषी, कौन सा बना विशेष योग, जानें पूरी जानकारी

भद्रा काल की सटीक जानकारी,
भद्रा में राखी बंधवाने का परिणाम,
ऐसा है राखी के दिन का शुभ योग,
श्रवण नक्षत्र, पूर्णिमा तिथि, सौभाग्य योग, बव करण,
सूर्य कर्क व चंद्रमा मकर राशि में संचरण

जबलपुरAug 09, 2019 / 02:51 pm

Lalit kostha

राखी के शुभ मुहूर्त

जबलपुर। भाई बहन के अटूट रिश्ते की पहचान राखी या रक्षाबंधन का पर्व इस बार आजादी के पर्व 15 अगस्त के दिन मनाया जाएगा। एक ओर जहां देश की आजादी का जश्न होगा, वहीं दूसरी ओर भाई बहन के रिश्ते रेशम की डोर से और मजबूत होंगे। हर बार की तरह इस बार भी राखी बांधने के मुहूर्त पर लोगों में चर्चा है। वहीं ज्योतिषाचार्य भी इस संबंध में लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। खासकर भद्रा काल में राखी तो नहीं पड़ रही या फिर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कौन सा है। ऐसे ही सवालों को लेकर लोगों में चर्चा चल रही है।

 

भद्रा काल की सटीक जानकारी
ज्योतिषाचार्य सचिनदेव महाराज के अनुसार इस बार सुबह से शाम तक राखी बांधी जा सकेगी। इस बार भद्रा नक्षत्र नहीं है। इसके अलावा रक्षाबंधन पर कई शुभ योग भी बनते नजर आ रहे हैं। राखी से चार दिन पूर्व ही गुरु मार्गी हो जाएंगे और सीधी चाल चलेंगे। ऐसे में राखी का दिन बहुत ही शुभ हो जाएगा।

 

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भद्रा में राखी बंधवाने का परिणाम
पौराणिक व शास्त्रों में मिले प्रमाणों के आधार पर माना जाता है कि भद्रा काल में रावण ने बहन सूर्पनखा से राखी बंधवाई थी। जिसके परिणाम स्वरूप उसकी मृत्यु एक वर्ष के भीतर ही हो गई थी। वहीं दूसरी मान्यता है कि शनि देव की बहन भद्र को ब्रह्माजी ने शुभ कार्यों से वंचित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि जो भी शुभ कार्य भद्रा काल में होंगे उसका परिणाम अशुभ ही होगा।


ऐसा है राखी के दिन का शुभ योग
ज्योतिषाचार्य सचिनदेव महाराज के अनुसार राखी के दिन श्रवण नक्षत्र, पूर्णिमा तिथि, सौभाग्य योग, बव करण के साथ सूर्य कर्क व चंद्रमा मकर राशि में संचरण करेंगे। ये सब मिलकर राखी को शुभ, मंगलकारी व विशेष बना रहे हैं।

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