शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के महासचिव संजय यादव बताते हैं कि 2008 से 2013 के समयबद्ध वेतनमान के एरियर के भुगतान, परीक्षा और गोपनीय शाखा के साथ अन्य विभागों में तैनात सभी कर्मचारियों को पूर्वानुसार श्रमसाध्य भत्ते का भुगतान, वरिष्ठतानुसार आवास आवंटन, अस्थाई और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को गर्म कपड़े देने जैसी लंबित मांगों को लेकर अनशन किया जा रहा है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को लगातार अवगत कराने के बाद भी कोई सकारात्मक पहल न होने के चलते अनशन करने का निर्णय लिया गया है।
ये भी पढें- रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी फिर विवादों में, हाईकोर्ट ने किया जवाब तलब कर्मचारी नेता कहना है कि यूनिवर्सिटी के कर्मचारी लगातार आवास आवंटन की गुहार लगा रहे हैं। गत 16 नवंबर को इस संबंध में बैठक भी होनी थी। क्या हुआ कुछ पता नहीं पर आवास आवंटन अब तक नहीं हुआ। वो बताते हैं कि ये सही है कि यूनिवर्सिटी में जितने आवास नहीं उससे ज्यादा कर्मचारियों ने आवेदन किया है, लेकिन सच ये भी है कि कई नए आवास खाली पड़े है, जिनका अब तक हस्तांतरण नहीं हुआ है। कर्मचारी इसके अलावा श्रमसाध्य भत्तों की मांग कर रहे हैं। समन्वय समिति की सिफारिश पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने श्रम साध्य भत्ते को सिर्फ परीक्षा और गोपनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों देने का निर्णय लिया है।