इस मामले में पीडि़ता द्वारा दर्ज कराए गए परिवाद को हाईकोर्ट में मिथ्या बताते हुए चुनौती दी गई थी। हाईकोर्ट ने पीडि़ता के हाजिर न होने तक कुलपति के विरुद्ध एफआइआर दर्ज नहीं करने का अंतरिम निर्देश दिया था। इस मामले में सुनवाई करते हुए शुक्रवार को कोर्ट ने एफआइआर दर्ज करने पर लगी रोक हटा ली थी। सिविल लाइन पुलिस के अनुसार पीडि़ता की रिपोर्ट पर आरोपी कुलपति जुयाल के विरुद्ध भादंवि की धारा 376, आइटी एक्ट की धारा 67, 67 ए के तहत प्रकरण दर्ज किया है। गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे पहले दोपहर को एनएसयूआई ने विवि में जुयाल के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था।
कुलपति से मांगा इस्तीफा
यौन शोषण के आरापों में घिरे वेटरनरी विवि के कुलपति डॉ. पीडी जुयाल की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को कुलपति से इस्तीफे की मांग को लेकर एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने बवाल किया। कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में रखे गमलों को फोड़ दिया, तो वहीं खिड़की दरवाजे में लगे कांचों को तोड़ दिया गया। कार्यकर्ताओं ने कुसी टेबल पर भी अपना आक्रोश दिखाया। विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने डर के मारे दरवाजे बंद कर दिए। हंगामे की खबर पुलिस प्रशासन को लगते ही दोपहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल विश्वविद्यालय पहुंचा।
विश्वविद्यालय में दिया धरना
विश्वविद्यालय परिसर के समक्ष एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रवक्ता सचिन रजक के साथ धरना दिया। रजक ने कहा कि कोर्ट की ओर से दुष्कर्म के मामले में एफआइआर दर्ज करने पर लगी रोक होइकोर्ट ने हटा दी है। कुलपति को नैतिक रूप से इस्तीफा देना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान राहुल बघेल, करन तामसेतवार, राहुल रजक आदि उपस्थित थे।