जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर और जाम्बिया स्थित जाम्बिया यूनिवर्सिटी के छात्र अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा का आदान-प्रदान कर सकेंगे। दोनों यूनिवर्सिटी के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुसंधान, तकीनीक और शिक्षा को लेकर करार किया गया है। आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में दोनों संस्थानों के छात्रों के बीच शिक्षा का एक नया सेतु शुरू होगा। रानीदुर्गावती विवि प्रबंधन संस्थान की ओर से कुलपति प्रोफेसर कपिल देव मिश्र एवं कुलसचिव डॉ. बृजेश सिंह ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। जबकि जाम्बिया यूनिवर्सिटी की ओर से कुलपति प्रोफेसर ल्यूइक ई मुम्बा तथा डायरेक्टर एल हेबाजोका नेहस्ताक्षरित किए हैं।
प्रबंधन संस्थान के डायरेक्टर प्रोफेसर शैलेष चौबे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्थान के लिए गर्व की बात है। प्रावधानों के अनुसार दोनों देशों के विश्वविद्यालय आपस में विद्वता का आदान-प्रदान करेंगे। तकनीक एवं शोध कार्य प्रकाशन के साथ-साथ अकादमी गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी। डॉ. आशीष शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय के इतिहास में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जिस पर अध्यापक मंडल भी उत्साहित है। हमारे सामने भी अपने आपको को प्रस्तुत करने की नई जवाबदारी है। जाम्बिया यूनिवर्सिटी जाम्बिया गणराज्य की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी है। राष्ट्रपति डॉ. कौंडा ने ग्रेट ईस्ट रोड कैम्पस में वर्ष 1965 में जाम्बिया विवि की स्थापना की थी। विवि के चांसलर डॉ. जैकॉब एम मवंजा हैं। इंटरनेशनल स्टूडेंट के लिए आधुनिक अपार्टमेंट हैं तो वहीं स्वाइल साइंस, फूड साइंस, बायोमेडिकल साइंस सहित प्रबंधन के कई कोर्स शामिल हैं।