200 छोटी-बड़ी इकाइयां
गोहलपुर में स्थापित रेडीमेड गारमेंट कॉम्प्लेक्स में 200 छोटी एवं बड़ी इकाइयां हैं। इनमें 50 से ज्यादा में कारोबार एवं कारखाने शुरू हो चुके हैं। ज्यादातर कारोबारी सलवार सूट ही तैयार कर रहे हैं। कारोबारियों ने अन्य होजरी आइटम बनाने की योजना भी बनाई है। इसके आवश्यक मशीनें काफी महंगी होती हैं। इसलिए जबलपुर गारमेंट एंड फैशन डिजाइन क्लस्टर एसोसिएशन की तरफ से सरकार से राशि की मांग की गई थी।
शर्ट और कुर्ती में होगी डिजाइन
रेडीमेड गारमेंट कॉम्प्लेक्स में शीघ्र ही डेनिम कुर्ती, रेडीमेड कुर्ती, जींस पैंट और इंडो-वेस्टर्न कपड़े तैयार किए जाएंगे। बताया जाता है कि मशीनों की खरीदी के सम्बंध में जल्द ही क्लस्टर के संचालक मंडल की बैठक होगी। उसमें टेंडर प्रक्रिया के लिए स्वीकृति मिलेगी।
वाशिंग प्लांट में चालू होंगी मशीन
कॉम्प्लेक्स में एक से डेढ़ महीने में डाइंग एवं वाशिंग प्लांट शुरू करने का भी लक्ष्य है। इस प्लांट में कुछ मशीनें करीब डेढ़ साल पहले आ चुकी हैं, कुछ मशीनों की कमी है। इनका ऑर्डर भी किया गया है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह मशीनें आ जाएंगी। जल्द ही मशीनों को इंस्टॉल कर पूरे कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन की औपचारिकता पूरी की जाएगी।
इस सम्बंध में जबलपुर गारमेंट एंड फैशन डिजाइन क्लस्टर एसोसिएशन के एमडी श्रेयांस जैन ने बताया, होजरी आइटम और डिजाइनिंग की मशीनों के लिए केन्द्र सरकार से अतिरिक्त सहायता मांगी गई थी। स्वीकृति मिलने के साथ राशि भी ट्रांसफर हो चुकी है। इस राशि से मशीन खरीदने के साथ अन्य शेष कार्य पूरे किए जाएंगे।