औसत बिजली बिल की झंझट से मिलेगी मुक्ति,
जबलपुरPublished: Apr 05, 2019 06:03:03 pm
औसत बिल भेजने पर नपेंगें इंजीनियर
Relief from average bills
जबलपुर,अब चाहे जितनी बिजली जलाएं, आपको बिल भी उतना ही देना होगा, क्योंकि अब बिजली उपभोक्तओं को औसत बिल की झंझट से मुक्ति मिल सकेगी। इतना ही नहीं यदि किसी का औसत बिल आया और उसने इसकी शिकायत ऊर्जा विभाग को की, तो औसत बिल भेजने वाले अभियंता पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। लगातार औसत बिल में अधिक राशि की शिकायतें सामने आईं, तो अपर प्रमुख सचिव ऊर्जा भड़क उठे और उन्होंने तत्काल इस पर रोक लगाने की बात सख्ती से अधिकारियों से कही।
विद्युत वितरण कंपनियों का मुख्य लक्ष्य है कि बिजली उपभोक्ताओं को उनके लिए निर्धारित अवधि की बिजली गुणवत्तापूर्ण मिले। बिजली खपत की सही रीडिंग हो और समय पर बिजली बिल मिले। लेकिन यह बार बार देखने मिल रहा है कि बिजली बिल से संबंधित शिकायतों में उपभोक्ता औसत बिजली बिल से परेशान हैं। उन्हें औसत बिल क्यों दिए जा रहे हैं, यह गलत है इस पर तत्काल रोक लगाई जाए। यदि अब एेसा होता है तो अभियंताओं पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यह बात शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव ऊर्जा आईपीसी केसरी ने अधिकारियों को कड़े लहजे में कही।
वे शक्तिभवन में समीक्षा बैठक ले रहे थे। केशरी ने कहा कि किसी भी सब स्टेशन से बिना कारण के बिजली सप्लाई बंद होने पर संबंधित अभियंताओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही होगी। सभी क्षेत्रीय अधिकारी एमआरआई के माध्यम से देखें कि उनके क्षेत्र में बिजली की सप्लाई में कितने व्यवधान आए और आने वाले व्यवधान का स्थाई निराकरण करें। वितरण कंपनियां हर जिले में 50 ट्रांसफार्मर स्टोर में अवश्य रखें। सभी क्षेत्रीय अभियंता सर्किल एवं डिवीजन स्तर में अपने क्षेत्र के सभी तकनीकी अधिकारियों और उपभोक्ताओं को संचार माध्यम से जोड़ें और उनसे बिजली सप्लाई की जानकारी लेकर आने वाले व्यवधान पर तत्काल कार्यवाही करें।
उन्होंने मैदानी अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्रों के 33/11 केवी सब स्टेशनों का सतत् निरीक्षण करें और वहां नियुक्त ऑपरेटरों से सम्पर्क कर निरंतर व गुणवत्तापूर्ण बिजली सप्लाई सुनिश्चित करने हेतु मानीटरिंग करें। मैदानी अभियंता सब स्टेशनों के ऑपरेटरों को बिजली सप्लाई एवं इससे संबंधित अन्य कार्यों के लिए लगातार सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण दें। बैठक में पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक और तीनो विद्युत वितरण कंपनियों के अध्यक्ष सुखवीर सिंह, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक नंद कुमारम, ऊर्जा विभाग के विशेष कत्र्तव्यस्थ अधिकारी पीके चतुर्वेदी, पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक राजीव केसकर सहित कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।