scriptरेमडेसिविर की कालाबाजारी पर सैल्बी, मेडिकेयर और गैलेक्सी अस्पताल में छापा | Remdesivir Black marketing: raided in Shalby, Medicare and Galaxy Hosp | Patrika News

रेमडेसिविर की कालाबाजारी पर सैल्बी, मेडिकेयर और गैलेक्सी अस्पताल में छापा

locationजबलपुरPublished: Apr 18, 2021 01:56:44 pm

Submitted by:

Lalit kostha

संचालक नहीं दे सके इंजेक्शन के उपयोग की सही जानकारी
 

सूरत में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए धूप में लंबी कतार

सूरत में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए धूप में लंबी कतार

जबलपुर। कोरोना मरीजों के लिए जीवन रक्षक माने जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के संदेह में स्वास्थ्य विभाग ने तीन निजी अस्पतालों पर छापा मारा। जांच में अस्पताल में रेमडेसिवर इंजेक्शन के स्टॉक और मरीजों के रेकॉर्ड में भी गड़बड़ी मिली है। निजी अस्पताल के संचालक इंजेक्शन के उपयोग की सही जानकारी अधिकारियों को नहीं दे सके। अस्पतालों को आपदा काल में नियमों और शासन के निर्देशों का उल्लंघन करते पाया गया है। मरीजों से शासन की ओर से निर्धारित शुल्क से ज्यादा राशि वसूलने की शिकायत भी मिली है।
प्रशासन को मिली एक गोपनीय शिकायत के बाद अधिकारियों के निर्देश पर पूर्व सीएमएचओ डॉ. मनीष मिश्रा की टीम ने निजी अस्पतालों पर छापा मारा। शिकायत में रेडक्रॉस सोसायटी से रेमडेसिवर इंजेक्शन लेकर मरीजों को ज्यादा कीमत पर देने का आरोप है। जांच के बाद विजय नगर स्थित शैल्बी, गैलेक्सी और मेडिकेयर हॉस्पिटल पर कार्रवाई का शिकंजा कस गया है।

शैल्बी का जानकारी देने से इनकार
शैल्बी हॉस्पिटल में जांच में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए शासन की ओर से निर्धारित शुल्क दर की जानकारी दृष्टव्य जगह पर नहीं मिली। फटकार के बाद कोने में छिपाकर लगाया गया शुल्क दर बोर्ड दिखाया गया। रेमडेसिविर इंजेक्शन के स्टॉक और उपयोग की जानकारी मांगने पर अस्पताल प्रबंधनरेकॉर्ड नहीं दे पाया।

मेडिकेयर में खरीदी ज्यादा, खपत कम
उखरी रोड स्थित मेडिकेयर अस्पताल में छापे के दौरान रेमडेसिवर इंजेक्शन के स्टॉक और उपयोग के दस्तावेज की जांच में बड़ा अंतर मिला। अस्पताल प्रबंधन ने रेडक्रॉस के जरिए कई इंजेक्शन खरीदे थे। जितने इंजेक्शन खरीदे गए थे, उतने मरीजों के लिए उपयोग में नहीं लाए गए। स्टॉक मेंं इंजेक्शन कम मिलने से गड़बड़ी का संदेह है।

गैलेक्सी में ज्यादा गड़बड़ी का संदेह
उखरी रोड स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में हुई जांच में सबसे ज्यादा गड़बड़ी मिली है। अस्पताल में मंगाए गए रेमडेसिविर इंजेक्शन का ब्योरा रेकॉर्ड में नहीं मिला। अस्पताल मेंं मंगाए गए इंजेक्शन के मुकाबले मरीजों को कम संख्या में लगाए गए। खपत कम होने के बावजूद शेष इंजेक्शन स्टॉक में पूरे नहीं मिले।

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