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सुअर, कुत्ते, बंदर, आवारा मवेशियों के उत्पात से शहरवासियों को नहीं मिल रही है निजात

locationजबलपुरPublished: Jan 20, 2020 12:19:04 pm

Submitted by:

Prabhakar Mishra

सुअर, कुत्ते, बंदर, आवारा मवेशियों के उत्पात से शहरवासियों को नहीं मिल रही है निजात
साढ़े बाहर हजार आवारा मवेशियों पर कार्रवाई का दावा, ***** पकडऩे के लिए फिर तीस लाख का टेंडर निकाला
फै क्ट फाइल-
-6661 आवारा कुत्तों का बंधियाकरण व टीकाकरण किया-2093 आवारा ***** पकड़कर शहर से बाहर छोडऩे का दावा
-9 पिग हाउस तोड़े
-3574 आवारा मवेशी पकड़ कर तिलवारा गौशाला में छोड़े
-5.61 लाख रुपये जुर्माना वसूला
-84 उत्पाती बंदर पकड़े
-30 लाख का टेंडर फिर निकाला ***** पकडऩे

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piggery in the city

इनडेप्थ स्टोरी

जबलपुर। सुअर, कुत्ते, बंदर, आवारा मवेशियों के उत्पात से शहरवासियों को निजात नहीं मिल रही है। सिविल लाइन से लेकर गोल बाजार, लार्डगंज, दमोहनाका,गढ़ा, गोरखपुर, अधारताल, रांझी समेत शहर के सभी इलाकों में पिग हाउस बने हैं। सड़क पर ***** कब कहां से दौड़ जाएं और दुर्घटना घट जाए कोई भरोसा नहीं। सड़कों से लेकर बाजारों से आवारा गायों का जमावड़ा है। इतना ही नहीं आवारा कुत्ते इतने खूंखार हो गए हैं कि रात में कई मार्गों में निकलना खतरे से खाली नहीं रहता। आवारा पशुओं से शहरवासियों को पकडऩे के लिए नगर निगम ने हाका गैंग, डॉग कै चर, पिग पिकर से लेकर मंकी कैचर गैंग बना रखी हैं। जिन पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन सूरतेहाल नहीं बदल रहा है।
साढ़े तेरह हजार से ज्यादा पर कार्रवाई का दावा-

सरकारी आंकड़ों के अनुसार आवारा पशुओं को पकडऩे रोजाना मुहिम चलाई जा रही है। अब तक साढ़े तेरह हजार से ज्यादा आवारा पशुओं पर कार्रवाई का दावा किया जा रहा है। जबकि हकीकत ये है कि गली, मोहल्लों से लेकर सार्वजनिक स्थलों पर आवारा पशुओं का आतंक कम नहीं हो रहा है। निगम से मिली जानकारी के अनुसार साढ़े छ: हजार आवारा कुत्ते पकड़कर उनका बंधियाकरण कराया गया। इसी तरह से नौ पिग हाउस तोडऩे व दो हजार से ज्यादा आवारा ***** पकड़कर शहर से बाहर छोड़ा गया। साढ़े तीन हजार आवारा मवेश पकड़कर तिलवारा गौशाला में पहुंचाने की बात कही जा रही है।
कानपुर की टीम को बंदर पकडऩे का जिम्मा-

उत्पाती बंदरों को पकडऩे का जिम्मा कानपुर की एजेंसी साईं इंटरप्राइजेज को सौंपा गया है। जिसके द्वारा गढ़ा ग्वारीघाट व अन्य क्षेत्रों में बंदरों को पकडऩे आठ सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। दावा किया जा रहा है कि बड़ी संख्या में बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ा गया है। निगम की ओर से संदेश भी प्रसारित किया जा रहा है उत्पाती बंदरों को पकडऩे सूचना हेल्पलाइन नं 181 व फायर ब्रिगेड के फोन नं 2610917 में भी दी जा सकती है।
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टॉस्क फोर्स समिति गठित-आवारा पशुओं के प्रबंधन व नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय टॉस्क फोस समिति का गठन किया गया है। जिसमें अपर कलेक्टर संदीप जीआर, एएसपी अमृत मीणा को शामिल किया गया।
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वर्जन-

आवारा पशुओं को पकडऩे की लगातार कार्रवाई की जा रही है। हेल्पलाइन नं.भी जारी किया गया है, जिससे जानकारी देकर टीम को मौके पर बुलाया जा सके। सभी कैचर गैंग को निर्देशित किया है कि कार्रवाई को और गति दें।
आशीष कुमार, आयुक्त, नगर निगम

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