scriptलाखों रुपए की अमानत से भरा बैग वापस लौटाया, हर तरफ हो रही इनकी वाहवाही | returning the bag of millions rupees | Patrika News

लाखों रुपए की अमानत से भरा बैग वापस लौटाया, हर तरफ हो रही इनकी वाहवाही

locationजबलपुरPublished: Jan 27, 2019 05:37:14 pm

Submitted by:

Premshankar Tiwari

ऑटो में छूट गया था चेन्नई के यात्री का बैग

returning the bag of millions rupees

लाखों रुपए की अमानत से भरा बैग वापस लौटाया

जबलपुर। चेन्नई से जबलपुर आए एक कंपनी प्रतिनिधि का बैग ऑटो में छूट गया। बैग में लाखों रुपए कीमत के उपकरण थे। घबराए हुए कंपनी प्रतिनिधि ने मदनमहल थाने पहुंचकर अपनी व्यथा सुनाई। थाने के दो सिपाहियों ने सजगता व सक्रियता दिखाते हुए ऑटो की खोजबीन शुरू की और अंतत: वह कीमती बैग कंपनी प्रतिनिधि को वापस मिल गया। सिपाहियों की इस सक्रियता को लोग जमकर सराह रहे हैं।

इस तरह छूटा बैग
पुलिस के अनुसार वी सतीश नामक व्यक्ति चेन्नई में कार्यरत हैं और मेडिकल से संंबंधित उपकरणों की सप्लाई का कार्य करते हैं। पुलिस के अनुसार व्ही सतीश 25 जनवरी को को रेल्वे हॉस्पिटल जबलपुर में नाक कान गला के ऑपरेशन के उपयोग में लाई जाने वाली मशीन (डेब्रिडर ) की डिलेवरी करने आये थे। एक अन्य मशीन की डिलेवरी इंदौर में डॉ. सौरभ पचौरी को की जाना थी। ऑटो में सफर करते समय उनका मेडिकल इक्यूप्मेंट वाला सूटकेस नगरनिगम चौराहे के पास आटो में ही छूट गया था। व्ही सतीष द्वारा आटो में मेडिकल इक्यूप्मेंट वाला सूटकेस छूट जाने सम्बंधी शिकायत थाना मदनमहल में दर्ज कराई।

तिलवारा में मिला ऑटो चालक
थाना प्रभारी मदनमहल द्वारा स्टाफ के साथ व्ही. सतीश को तत्काल कन्ट्रोलरूम भेजा गया, कन्ट्रोल रूम में सीसीटीव्ही कैमरे की निगरानी हेतु तैनात आरक्षक दीपक साहू एवं चंदन कुमार द्वारा सीसीटीव्ही फुटेज चैक किये गये। आटो तो दिखा किन्तु नम्बर ट्रेस नहीं हो पाया। दोनों आरक्षकों द्वारा सीसीटीव्ही में आटो के हुलिया (कलर कोडिंग) के आधार पर पता लगाते हुये तिलवारा क्षेत्र फरयादी को लेकर पहुॅचे। पतासाजी एवं पूछताछ करते हुये आटो को ढूढ निकाला। आटो क्रमांक एमपी 20 आर 7981 के चालक अशोक ने बताया कि किसी सवारी का सूटकेस उसके ऑटो में भूलवश छूट गया था, जिसे उसने अपने पास सुरक्षित रख लिया था एवं वह स्वयं उस व्यक्ति को तलाश रहा था।

तीन लाख से ज्यादा का सामान
उल्लेखनीय है कि उक्त सूटकेस मे मेडिकल उपकरण थे। जिनकी कीमत 3 लाख रुपए से ज्यादा थी। इसको लेकर सतीश बेहद चिंतित थे। समास्या का त्वरित समाधान होने से उन्होंने राहत की सांस ली, वहीं दोनों आरक्षकों को उनकी सक्रियता के लिए विभाग ने सम्मानित किया। 26 जनवरी को पुलिस कार्यालय में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आरक्षक दीपक साहू व चंदन कुमार को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर डीआईजी भगवत सिंह चौहान, एसपी अमित सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो