भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, बोले जिम्मेदार अफसरों पर हो सख्त कार्रवाई, प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप
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जबलपुर मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर गोसलपुर में हजारों क्विंटल धान सड़ गई। लगभग आधा किलोमीटर के क्षेत्र में बिखरी धान बारिश में गीली हो गई है। जो कि अंकुरित हो गई है। लाखों क्विंटल धान खराब होने की खबर पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने यहां प्रदर्शन शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। भाजपा कार्यकर्ता जमा खान के अनुसार जिला प्रशासन, खाद्य विभाग की लापरवाही के चलते किसानों से खरीदी गई धान को गोसलपुर क्षेत्र में खुले में रखने के कारण हजारों क्विंटल धान खराब हो गई। इस बात की जानकारी लगने पर भाजपा कार्यकर्ताआें ने मौके पर पहुंचकर प्रशासन की लापरवाही को लेकर जमकर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया। इस मौके पर जमा खान, हिमांशु तिवारी, नीरज बजाज आदि ने कहा कि जिला प्रशासन, मार्केटिंग फेडरेशन, खाद्य विभाग की लापरवाही के चलते हजारों क्विंटल धान को खुले में छोड़ दिया गया जिससे धान बारिश के कारण खराब हो गई। धान कई माहों से खुले में रखी होने के कारण उसमे अंकुरण हो गया। किसानों की उपज सड़ रही- कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाए कि कांग्रेस सरकार गरीबों और किसानों का हितैषी बताती है वहीं दूसरी और किसानों की उपज को सडऩे के लिए छोड़ दिया जा रहा है। शमशुल हसन, अमीन अंसारी, शुभम मिश्रा, अमित जाट आदि लापरवाही पर विरोध दर्ज करते हुए संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। – ज्ञापन सौपेंगे-
इस मामले में भाजपा नेता जमा खान ने कहा कि कार्रवाई की मांग को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर जबलपुर से मुलाकात करेगा। जिसमें इस तरह से धान का अवैध भंडारण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
तिलसानी में ओपन केप का धसका एक स्टेक अधिकारियों को नोटिस जबलपुरकुंडम विकासखंड के ग्राम तिलसानी में समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूं के भंडारण के लिए बनाए गए ओपन केप के एक स्टेक के धसक जाने पर कलेक्टर भरत यादव ने इसका निर्माण करने वाली एजेंसी और वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।कलेक्टर यादव ने गुरुवार को कुंडम पहुंचे थे। उन्होंने ओपन केप का निरीक्षण किया और एक स्टेक के धसकने से इसमें भंडारित गेहूं को हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान केप निर्माण की गुणवत्ता पर नाराजगी जाहिर की तथा मौके पर कांट्रेक्टर कंपनी के प्रतिनिधियों से तुरंत मरम्मत कराने के निर्देश दिए। विगत दिवस हुई बारिश में तिलसानी स्थित केप का एक स्टेक धसक गया था। इसमें लगभग 300 से 400 क्विंटल गेहूं को नुकसान हुआ है ।