नई सुविधा: मेडिकल कॉलेज के बाद जिला अस्पताल में संदिग्धों के नमूनों के परीक्षण सुविधा मिलेगी
1 दिन पहले आ चुका है स्टाफ, दो कक्ष भी मिले
आरटीपीसीआर मोबाइल परीक्षण प्रयोगशाला का स्टाफ एक दिन पहले ही शहर पहुंच चुका है। इसमें दो डॉक्टर सहित छह कर्मचारी शामिल हैं। परीक्षण की रिपोर्टिंग और डाटा सम्बंधी कामकाज के लिए कोरोना मोबाइल टेस्टिंग वन की एजेंसी को जिला अस्पताल में दो कक्ष भी आवंटित किए जा चुके हैं।
7000 तक नमूने की जांच 1 दिन में मोबाइल वेन लैब में हो सकेगी
2000 नमूने प्रतिदिन शुरुआत में मोबाइल वैन को भेजे जाएंगे
150 रुपए प्रति नमूने की दर से परीक्षण शुल्क का भुगतान किया जाएगा
इसलिए महसूस हुई जरूरत
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी ज्यादातर नमूने नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में भेजे जा रहे हैं। वायरोलॉजी लैब से रिपोर्ट देर से मिल रही है। तीन से चार दिन बाद रिपोर्ट आने के कारण संक्रमण की रोकथाम के लिए तेजी से कार्रवाई नहीं हो पा रही है। मोबाइल टेस्टिंग वन के आने से वायरोलॉजी लैब में कोविड-19 भार कम होगा।
सस्ता और क्षमता ज्यादा
एजीलिटी लैब की मोबाइल परीक्षण प्रयोगशाला में 7 से 8 घंटे में नमूने का परीक्षण कर लिया जाएगा। 24 घंटे में अधिकतम 7000 तक नमूने जांचने की क्षमता है। इसका जांच शुल्क भी तुलनात्मक रूप से कम है। अभी तक अहमदाबाद निजी लैब से कोविड-19 जांच कराई जा रही थी, उसे प्रति नमूने 199 भुगतान किया जा रहा था। प्रयोगशाला शिफ्ट हो सकती है।