शिक्षा –
3200 स्कूल जिले में
2400 शा. स्कूल
800 निजी स्कूल
4,00,000 छात्र, 49 कॉलेज
13 शासकीय कॉलेज,
36 निजी कॉलेज
12 इंजीनियरिंग कॉलेज
40,000 छात्र कॉलेजों में
25000 स्नातक हर साल
विश्वविद्यालय : रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, वेटरनरी विवि, कृषि विवि, आयुर्विज्ञान विवि, धर्मशास्त्र कानून विवि, महर्षि महेशयोगी वैदिक विवि
भविष्य की जरूरत
500 नए स्कूल, 25 नए कॉलेज
रोजगार के अवसर देने वाले पाठ्यक्रम शुरू करने होंगे
05 हजार कुल बिस्तर क्षमता है सरकारी और निजी अस्पतालों की
01 हजार के लगभग बिस्तर बढ़ाने अस्पतालों में निर्माण कार्य जारी
10 हजार के लगभग मरीज प्रतिदिन हॉस्पिटल में
16 सौ के करीब एलोपैथी चिकित्सक जिले में
18 सौ से ज्यादा दंत, आयुर्वेद, होम्यो. और यूनानी चिकित्सक जिले में
भविष्य की जरूरत
10 हजार से ज्यादा बिस्तर की अस्पतालों में होगी जरूरत
18 हजार के करीब मरीज प्रतिदिन होने का अनुमान
32 सौ एलोपैथी चिकित्सकों की आवश्यकता होगी जिले में
230 एमएलडी की आपूर्ति रोजाना
1.70 लाख घरों में होती है जलापूर्ति
165 लीटर पानी प्रति व्यक्ति आपूर्ति का दावा
भविष्य की जरूरत
400 एमएलडी पानी की आपूर्ति
4.5 लाख घरों में
करनी होगी आपूर्ति
35 नई पानी की टंकियों
की होगी आवश्यकता
2,50,000 भवन हैं शहरी सीमा में
05 हजार से ज्यादा लोग पहाडिय़ों पर निर्माण कर रह रहे हैं
15 हजार के लगभग लोग किराये के भवनों में
भविष्य की जरूरत
02 लाख नए भवनों की जरूरत
पहाडिय़ों पर निवारसत लोगों को उपलब्ध कराना होगा सुरक्षित आवास
75 हजार से ज्यादा बेरोजगारों की संख्या
445 के लगभग निजी उद्योग हैं
04 हजार नौ सौ रोजगार हैं इन उद्योगों में
07 सरकारी औद्योगिक उपक्रम हैं
17 हजार लोग हैं उनमें कार्यरत
05 हजार युवा हर साल करते हैं पलायन
25 हजार युवाओं को हर साल रोजगार की जरूरत
भविष्य की जरूरत
40 हजार युवाओं को हर साल रोजगार की जरूरत
रोजगार के अवसर बढ़ाने
पर्यटन कारोबार को
देना होगा बढ़ावा
9.76 लाख वाहन है जिले में अभी
176 लोगों का ट्रैफिक का अमला है जिले में एक एएसपी, तीन डीएसपी
10 जवान हैं प्रति एक लाख की आबादी पर
भविष्य की जरूरत
18 लाख वाहनों का होगा दबाव
500 जवान ट्रैफिक अमले में
05 ट्रैफिक थाने खोलने होंगे
सार्वजनिक परिवहन
65 मेट्रो बस संचालित,
10 फेरे दिन भर में,
1.50 लाख यात्री करते हैं सवारी
भविष्य की जरूरत
150 मेट्रो बस, मेट्रो ट्रेन या लोकल ट्रेन