बहुत दुखद: मृत बच्ची को जन्म दिया, अंतिम संस्कार के पैसे नहीं थे तो शव पन्नी में लपेटकर फेंकने को मजबूर!
sad news : मानवता को झकझोरकर रख देने वाली यह घटना शहर में हुई, मोक्ष संस्था आई सामने और अंतिम संस्कार कराया
जबलपुर
Published: March 04, 2022 12:11:01 am
sad news : जबलपुर. गरीबी के आगे एक दादी इतनी लाचार हो गई कि दुनिया में आने से पहले ही अपनी आंख मूंद लेनी वाली पोती के शव के लिए कफन तक ना जुटा सकीं। मृत नवजात को कलेजे से चिपकाएं दादी उसके अंतिम संस्कार में मदद के लिए लोगों से मिन्नतें करती रही। रात में काफी देर तक भटकने के बाद भी जब किसी से कोई मदद ना मिली तो दिल पर पत्थर रख लिया। रात के अंधेरे में उसे पन्नी में लपेटकर नाली में फेंक दिया। मानवता को झकझोरकर रख देने वाली यह घटना शहर में हुई।
सिवनी जिले के लखनादौन के पास रहने वाली एक 25 वर्षीय गर्भवती महिला को गुरुवार को देर रात प्रसव पीड़ा पर उसकी सास अपने साथ मेडिकल कॉलेज लेकर आयीं। जहां, गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात में प्रसव के दौरान महिला ने मृत बच्ची को जन्म दिया। मृत नवजात को अस्पताल के डॉक्टरों ने सास को सौंप दिया। दिहाड़ी मजदूरी करके पेट भरने वाले इस परिवार के पास इतने रुपए भी नहीं थे कि वे नवजात के लिए कफन तक खरीद सकें। अस्पताल में भर्ती बहू (प्रसूता) को छोडकऱ दादी अपने पोती का शव लेकर मेडिकल अस्पताल के आसपास भटकती रही। असहाय दादी, नवजात के शव के अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगती रही। कोई मददगार सामने नहीं आया टूट गई। सडक़ किनारे पड़ी पन्नी से नवजात के शव को लपेटा और लोगों की नजरों से बचकर उसे एक नाली में फेंक दिया। और अस्पताल में भर्ती बहू की देखभाल के लिए पहुंच गई।
दादी को शव फेंकते हुए अस्पताल के एक सफाई कर्मी ने देख लिया। उसने जब पीड़ा जानी तो मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर को सूचना दी। मौके पर पहुंचे मोक्ष संस्था के सदस्यों ने महिला से मिलकर बातचीत की। उनकी मजबूरी का पता चला तो संस्था के सदस्यों ने शव को नाली से निकलवाया। नवजात का तिलवारा में अंतिम संस्कार किया। आशीष ठाकुर ने बताया कि महिला का पति मजदूरी करता है। परिवार बेहद गरीब है। उन्हें गांव लौटने के लिए भी मदद कर रहे है।

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