एक ही बोगी में पूरा सफर
नियमानुसार ट्रेनों में सुरक्षा के लिए चढऩे वाले आरपीएफ और जीआरपी जवानों को प्रत्येक बोगी का निरीक्षण करना चाहिए, लेकिन अधिकतर जवान ट्रेन की जिस बोगी में चढ़ते हैं, वे उसी में कोई सीट पकड़कर बैठ जाते हैं। कभी-कभार मन हुआ, तो कुछ बोगियों को छान लिया जाता है, लेकिन पूरी पूरी टे्रन की जांच कभी नहीं की जाती। जिस कारण चोर और लुटेरे बैखौफ होकर वारदातें करते हैं और फिर चंपत हो जाते है।
ट्रेन- महानगरी एक्सप्रेस
मामला- सीट को लेकर दो यात्रियों में विवाद हुआ, काफी देर हंगामा हुआ, उसके काफी देर बाद जीआरपी और आरपीएफ के जवान वहां पहुंचे।
ट्रेन- ओवरनाइट एक्सप्रेस
मामला- एसी कोच में शराबी ने हंगामा किया। इसकी सूचना आरपीएफ को दी गई, लेकिन आधे घंटे बाद टीम वहां पहुंची।
जीआरपी के जवान इनमें होते हैं तैनात
नालंदा एक्सप्रेस में जबलपुर-इटारसी
श्रीधाम एक्सप्रेस में इटारसी-जबलपुर
ओवर नाइट एक्सप्रेस में
जबलपुर-इटारसी
ओवर नाइट एक्सप्रेस में
इटारसी-जबलपुर
विंध्याचल एक्सप्रेस में जबलपुर-सागर
दयोदय एक्सप्रेस में सागर-जबलपुर
महाकौशल एक्स. में जबलपुर-सतना
गंगा कावेरी में सतना-जबलपुर
चित्रकूट एक्सप्रेस में
जबलपुर-मानिकपुर
चित्रकूट एक्सप्रेस में मानिकपुर-जबलपुर
आरपीएफ की इनमें होती है तैनाती
संघमित्रा एक्सप्रेस
मुजफ्फरपुर लोकमान्य
तिलक टर्मिनल
लोकमान्य तिलक टर्मिनल
राजेन्द्र नगर
महानगरी
ऐसे होती है तैनाती
अलग-अलग ट्रेनों में आरपीएफ और जीआरपी के दो-दो जवान
महिला बल को
भी किया जाता है तैनात
पूरी बोगियों की जांच करते हैं
रोजाना दस ट्रेनों में जीआरपी के सशस्त्र जवान आते व जाते हैं। सभी पूरी बोगियों की जांच करते हैं।
यदुवंश मिश्रा,
थाना प्रभारी, जीआरपी
आरपीएफ के जवान तैनात किए जाते हैं
सुरक्षा के मद्देनजर रोजाना जबलपुर से गुजरने वाली दस ट्रेनों में आरपीएफ के जवान तैनात किए जाते हैं।
वीरेन्द्र सिंह,
पोस्ट प्रभारी, आरपीएफ