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प्रदेश में चंदन तस्कर बेखौफ, यह विभाग निशाने पर

locationजबलपुरPublished: Dec 01, 2019 06:50:38 pm

Submitted by:

reetesh pyasi

बार-बार चंदन के पेड़ चोरी होने की वारदात के बाद भी वन विभाग सुस्त

Smugglers cut 25 pieces of sandalwood tree

Smugglers cut 25 pieces of sandalwood tree

जबलपुर। राज्य वन अनुसंधान संस्थान परिसर में बीते बुधवार रात चंदन के छह पेड़ों की कटाई के मामले में अफसर सुस्त नजर आ रहे हैं। पेड़ काटने के चार दिन बाद भी जांच अधिकारियों ने न किसी को नोटिस दिया न ही वन विभाग ने प्राथमिक अपराध (पीओआर) दर्ज किया। इस मामले में वन विभाग ने सुरक्षा की जिम्मेदारी संस्थान पर डालते हुए कहा है कि वे जांच कर आरोपियों के नाम बताए तो नामजद पीओआर दर्ज होगी। वन विभाग ने अज्ञात प्रकरण दर्ज करने से इनकार कर दिया है। राज्य वन अनुसंधान संस्थान में हर साल चंदन के पेड़ों को अवैध तरीके से काटा जा रहा है।
छह साल से एक ही पद पर जमे हैं सुरक्षा प्रभारी
राज्य वन अनुसंधान संस्थान के सुरक्षा प्रभारी धर्मेंद्र सिंह छह साल से एक ही पद पर जमे हैं। सुरक्षा के कार्य में प्रतिनियुक्ति पर तैनात दर्जन भर से अधिक वन कर्मचारी 15 वर्षों से संस्थान में तैनात हैं।
चंदन के पेड़ों की कटाई के मामले की जांच जारी है। संस्थान के अधिकारी-कर्मचारियों से सुरक्षा व्यवस्था में चूक हो सकती है, लेकिन उनकी भूमिका संदिग्ध नहीं है।
गिरिधर राव, पीसीसीएफ, डायरेक्टर

संस्थान परिसर में चंदन पेड़ों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संस्थान की ही है। परिसर में पेड़ों की कटाई के मामले में संस्थान के अधिकारी जांच कर आरोपियों के नाम बताएं तो पीओआर दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी।
रवींद्र मणि त्रिपाठी, डीएफओ

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