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पंचमी तिथि में सर्पराज की पूजा करें, मृत्यु भय होगा दूर: पंचांग

locationजबलपुरPublished: Jan 29, 2020 10:21:00 am

Submitted by:

Lalit kostha

पंचमी तिथि में सर्पराज की पूजा करें, मृत्यु भय होगा दूर: पंचांग

sanp ki pooja karne ke labh, maut se bachne ke upay

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जबलपुर। शुभ विक्रम संवत् : 2076, संवत्सर का नाम : परिधावी, शाके संवत् : 1941, हिजरी संवत् : 1441 , मु.मास : जमादि उल , उस्सानी 03, अयन : उत्तरायण, ऋतु : शिशिर ऋतुु, मास : माघ, पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि – सूर्योदय से प्रात: 10.45 मि. तक रिक्ता संज्ञक चतुर्थी तिथि रहेगी पश्चात पूर्णा संज्ञक पंचमी तिथि लगेगी। चतुर्थी तिथि में भगवान श्रीगणेशजी का पूजन करना चाहिए। इससे सभी विघ्नों का नाश हो जाता है। पंचमी तिथि में सर्पराज की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता, स्त्री और पुत्र प्राप्त होते हैं और श्रेष्ठ लक्ष्मी भी प्राप्त होती है।
योग- सूर्योदय से अर्धरात्रि 04.21 मि. तक शिव योग रहेगा पश्चात सिद्ध योग लगेगा। शिव योग के स्वामी मित्रदेव माने जाते हंै जबकि सिद्ध योग के स्वामी कार्तिकेय माने गए हैं।
विशिष्ट योग- दोनों ही योग बेहद शुभ होते हैं। इनमें किए गए कार्य के होने की सुनिश्चितता रहती है। धार्मिक कार्यो के लिए शिव योग व जप तप तथा शैक्षणिक कार्यों के लिए सिद्ध योग बहुत शुभ होता है।
करण- सूर्योदय से प्रात: 10.45 मि. तक विष्टि नामक करण रहेगा पश्चात बव नामक करण लगेगा। इसके पश्चात बालव नामक करण लगेगा।
नक्षत्र- सूर्योदय से दोप. 12.12 मि. तक उग्र क्रूर पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा पश्चात धु्रव स्थिर उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र लगेगा। मकान, दुकान, छत, कुआं, सडक़ और जल संबंधी कार्य पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में करना शुभ रहता हैं। नए-पुराने वाहनों का क्रय-विक्रय, वाहन से यात्रा करने या सवारी आदि के लिए उत्तराभाद्रपद नक्षत्र शुभ माने गए हैं।

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आज के मुहूर्त – अनुकूल समय में श्री सरस्वती देवीका पूजन करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – प्रात: 07.08 मि. से 09.52 मि. तक क्रमश: लाभ व अमृत के चौघडिय़ा रहेंगे। प्रात: 11.15 मि. से दोप. 12.37 मि. तक शुभ का चौघडिय़ा रहेगा एवं दोप. 03.21 मि. से सायं: 06.05 मि. तक क्रमश: चंचल व लाभ के चौघडिय़ा रहेंगे।
व्रत/पर्व – वसंत पंचमी। श्रीसरस्वती जयंती। सरस्वती पूजा। श्रीपंचमी। वागीश्वरी जयंती। वसन्तोत्सव। रतिकाम महोत्सव। तक्षक पूजा। अर्धरात्रि 02.23 मि. पर बुध ग्रह पश्चिम दिशा में उदय होंगे।
चंद्रमा – सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक चंद्रमा जल तत्व की मीन राशि में रहेंगे। भद्रा – प्रात: 10.45 मि. पर समाप्त भद्रा का निवास भूलोक में रहेगा । पंचक – पंचक जारी रहेंगे। दिशाशूल- उत्तर दिशा में। (अगर हो सके तो आज के दिन उत्तर दिशा में यात्रा को टालना चाहिए)।
राहु काल – दोप. 12.37.18 से 01.59.28 तक राहु काल वेला रहेगी। अगर हो सके तो इस समय में शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
आज जन्म लिए बच्चे- आज जन्म लिए बच्चों के नाम (दी, दू, थ, झ) अक्षरों पर रख सकते हैं। आज जन्मे बच्चों का जन्म तांबे के पाए में होगा। सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक मीन राशि रहेगी। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से सुन्दर होंगे। सामान्यत: इनका भाग्योदय करीब 22 वर्ष की आयु में होगा। ऐसे जातक सिद्धांतवादी व अन्वेषक होंगे। सामान्यत: धनसम्पदा से परिपूर्ण व अपनी धुन में काम करने वाले होंगे। एक अच्छे आलोचक भी होंगे। मीन राशि में जन्मे जातक को अत्यधिक मितव्ययी होने से बचना चाहिए। ऐसे जातक को स्पष्टवादिता से बचना चाहिए।

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