प्रदेश सरकार ने प्रमुख नगरों में सेटेलाइट टाउनशिप की योजना बनाई थी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत इसे तैयार किया जाएगा। इसके मूल रूप के लिए वैसे तो करीब एक हजार एकड़ जमीन की आवश्यकता है। लेकिन, मौजूदा समय में शहर के आसपास इतनी जगह नहीं होने की वजह से छोटे-छोटे पॉकेट देखे जा रहे हैं। सबसे पहले कृषि विश्वविद्यालय की 200 एकड़ अनुपयोगी भूमि पर इसे शुरू करने की बात कही जा रही थी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भविष्य की योजनाओं के क्रियान्वयन के कारण जमीन देने से इनकार कर दिया था। इसलिए दूसरी जगहों पर सेटेलाइट टाउनशिप की रूपरेखा तैयार की गई।
यह है स्थिति
-85 एकड़ में टाउनशिप तैयार करने की योजना।
-100 एकड़ जमीन देने की बात प्रशासन ने पहले कही थी।
-200 एकड़ कृषि विश्वविद्यालय की अनुपयोगी भूमि पर भी थी नजर
-1000 एकड़ जमीन मूल योजना के लिए चाहिए।
सिंचाई विभाग की है जमीन
बरगी हिल्स में भी पहले 100 एकड़ जमीन देने की बात प्रशासन की ओर से कही गई थी। लेकिन, अब करीब 85 एकड़ जमीन पर इसे स्थापित किए जाने का प्रस्ताव है। यह जगह सिंचाई विभाग की है। विभाग के पुराने क्वार्टर हैं जो अनुपयोगी हैं। विभाग इसके बदले कही और कर्मचारियों के लिए आवास तैयार करने की शर्त रख रहा है। हालांकि इसमें एक बाधा यह भी है कि आईटी पार्क के लिए 20 एकड़ जमीन मांगी गई है। ऐसे में सिंचाई विभाग की जमीन भी विस्तार योजना में शामिल की जा सकती है। यदि ऐसा हेाता है तो फिर जगह 85 एकड़ से और घट जाएगी।
यह होंगी सुविधाएं
– मॉर्डन सडक़, फुटपाथ और नालियां।
– हर गली में सीवर लाइन का निर्माण।
– टाउनशिप में अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिक लाइन।
– मॉल, स्कूल, कॉलेज, बाजार, अस्पताल।
– आउटडोर और इनडोर खेल गतिविधियां।
– एससीएसडीए सिस्टम से मिलेंगी सुविधाएं।
– 24 घंटे बिजली एवं पानी की आपूर्ति।
– प्लॉट एवं आवासीय परियोजना का निर्माण।
– सरकारी विभागों के कार्यालयों का संचालन।
दो भागों में निर्माण
जानकारों ने बताया कि सेटेलाइट टाउनशिप में दो प्रकार से डेवलपमेंट किया जाएगा। पहला सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर और दूसरा कमर्शियल। सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर के तहत अस्पताल, खेल का मैदान स्कूल, कॉलेज, नाली, सडक़ और बिजली की सुविधाएं दी जाएंगी। दूसरी तरफ कमर्शियल इन्फ्रास्ट्रक्चर के तहत मॉल, व्यवसायिक क्षेत्र का निर्माण आदि शामिल है। विशेषज्ञों का कहना है कि जितना बड़ा एरिया इस योजना के लिए चिन्हित किया जाता है, सुविधाएं उतनी ज्यादा मिलेंगी। इसके जरिए इस बात को दर्शाया जाएगा कि भविष्य का शहर किस प्रकार का हो। उसमें क्या सुविधाएं आम नागरिकों को दी जानी हैं।
बरगी हिल्स में सेटेलाइट टाउनशिप के लिए सिंचाई विभाग से जमीन लेना है। शासन स्तर पर इसके आवंटन की प्रक्रिया चल रही है। जैसे ही प्रक्रिया पूरी होती है, स्मार्ट सिटी योजना के तहत वहां काम शुरू कर दिया जाएगा।
भरत यादव, कलेक्टर