अभी आरक्षण का मुद्दा पूरे देश में छाया है। हर तरफ सवर्ण और एससी, एसटी के बीच वाक युद्ध चल रहा है। नेताओं ने इस मामले में दूरियां बनानी शुरू कर दी हैं। लेकिन एक और मुद्दा है, जो धीरे धीरे ही सही पर आग पकड़ रहा है। ये मुद्दा आने वाले चुनावों में मतदाताओं को सरकार बदलने पर मजबूर कर सकता है। क्योंकि ये आमजनता से जुड़ा सीधा मामला है। ऐसे में वर्तमान सरकारों ने यदि ध्यान नहीं दिया तो नतीजे बदल सकते हैं।
हम बात कर रहे हैं पेट्रोल डीजल की बढ़ती हुई कीमतों की। जो कि आसमान छू रही हैं। जबलपुर में पेट्रोल 85 रुपए और डीजल 75 प्रति लीटर पर पहुंच गया है। ऐसे में दाल चावल से लेकर हरी सब्जी चटनी तक महंगी हो गई है। आम जनता पर इन दोनों तरल पदार्थों की बढ़ती कीमतें असर डाल रही हैं। कांग्रेस को बैठे बिठाए ये मुद्दा मिल गया है। जबलपुर में पेट्रोल डीजल मूल्य वृद्धि के विरोध में कांग्रेस लामबंद होती नजर आ रही है। जो कि चुनावों के मद्देनजर भाजपा के लिए ठीक नहीं है।
बुधवार को पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं ने दशमेश द्वार स्थित पेट्रोल पंप के सामने केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने जनता को लूटने वाली सरकार बताते हुए जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार दूसरे देशों को सस्ते में पेट्रोल बेच रही है, जबकि आम जनता को अब तक का सबसे महंगा दिया जा रहा है। भाजपा वाली केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें जनता को लूटने का काम कर रही हैं।