जबलपुरPublished: Jul 26, 2019 11:17:58 am
santosh singh
प्रॉपर्टी मालिक ने विजय नगर थाने में दर्ज कराया धोखाधड़ी का मामला
forgery in banks
जबलपुर। बैंक लोन का दो दिलचस्प मामला सामने आया है। एक में गुम रजिस्ट्री का फर्जीवाड़ा कर जालसाज ने प्रॉपर्टी बेची तो खरीददार ने 20 लाख का उस पर लोन ले लिया। वहीं दूसरे प्रकरण में बैंक से आसान किश्तों पर लोन दिलाने का झांसा देकर जालसाज ने प्रोसेसिंग और रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर 64 हजार रुपए ऐंठ लिए। फर्जीवाड़े की एक विजय नगर थाने में तो दूसरी शिकायत स्टेट साइबर सेल में दर्ज करायी गयी है।
बैंक कर्मी पहुंचा निरीक्षण करने तब हुआ खुलासा
विजय नगर पुलिस के अनुसार कटंगी बजरिया निवासी शिवम मिश्रा की ग्रीन सिटी में एक प्रॉपर्टी है। इसकी रजिस्ट्री के दस्तावेज कुछ महीने पहले जबेरा में गुम हो गए थे। इसकी रिपोर्ट उसने तब जबेरा थाने में दर्ज करायी थी। ये गुम रजिस्ट्री कसौधन नगर माढ़ोताल निवासी राजेंद्र सिंह राजपूत के हाथ लगी। उसने फर्जी तरीके से उक्त प्रॉपर्टी को संतोष सिंह को बेच दी। संतोष ने उक्त प्रॉपर्टी को बैंक में गिरवी रखकर 20 लाख का लोन ले लिया। बैंक से सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंक कर्मी जब निरीक्षण करने मौके पर पहुंचा तो शिवम को इस फर्जीवाड़े का पता चला।
इधर, लोन दिलाने का झांसा देकर 64 हजार ऐंठे
जबलपुर. लोन दिलाने का झांसा देकर जालसाज ने नेपियर टाउन निवासी एक युवक से 64 हजार 715 रुपए ऐंठ लिए। जालसाज ने 35 हजार रुपए की और मांग की तो युवक को संदेह हुआ। छानबीन की तो ठगी का पता चला। नेपियर टाउन कबीर मार्ग निवासी अनुपम परिहार ने शिकायत दर्ज कराई कि 18 मई को उसके मोबाइल पर 8193099251 से कॉल आया था। फोन करने वाले ने अपना नाम आशीष बर्मन बताया। उसने कहा वह फ्यूचर फाइनेंस कम्पनी में काम करता है। उसने दो लाख रुपए का लोन तीन वर्ष के लिए दिलाने की पेशकश की। बताया कि उसे हर महीने 5994 रुपए किश्त देनी होगी।
रजिस्टे्रशेन और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लगाया चूना
अनुपम के हामी भरने पर जालसाज ने रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर 15190 रुपए जमा कराए। फिर प्रोसेसिंग फीस के लिए 24,725 रुपए जमा करने के लिए कहा। अनुराम ने 24,800 रुपए जमा कर दिए। इसके बाद कथित जालसाज ने कहा कि निश्चित रकम जमा नहीं करने पर कम्पनी ने उसका आवेदन निरस्त कर दिया है। अनुपम के अनुरोध करने पर दोबारा 24725 रुपए जमा करने के लिए कहा। यह रकम जमा करने पर कम्पनी उसके 24,800 रुपए वापस कर देगी। जालसाज के झांसे में आकर अनुपम ने फिर से 24,725 रुपए जमा किए। तीनों बार केनरा बैंक के खाते में पैसे जमा कराए गए। लेकिन, उसे 24800 रुपए वापस नहीं मिले। जालसाज ने फिर फोन कर 34999 रुपए जमा करने के लिए कहा तो अनुपम को संदेह हुआ। छानबीन करने पर ठगी का पता चला।
ओएलएक्स पर फर्जीवाड़ा करने वाला धराया
स्टेट साइबर सेल ने सोशल साइट ओएलएक्स पर फर्जीवाड़ा करने वाले एक जालसाज को राजस्थान के कोटा से दबोचने में सफल हुई है। सूत्रों की मानें, तो जालसाज ने दो लोगों को वाहन बेचने के नाम पर चपत लगाई थी। ठगी के शिकार लोगों में एक आरपीएफ कर्मी भी शामिल है। स्टेट साइबर सेल मामले का एक-दो दिन में खुलासा कर सकती है।