सिमी खजांची मोहम्मद अली ने तैयार किया था नेटवर्क
सफदर नागौरी को भी पकड़ कर लाई थी एटीएस
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में आरोपियों को सुनाई गई है सजा
2008 में हुआ था गिरफ्तार
एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड) ने वर्ष 2008 में मोहम्मद अली को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसके कई और गुर्गों का पता चला। एटीएस ने दो से तीन वर्षों के भीतर जबलपुर सहित आसपास के जिलों से सिमी के पूरे नेटवर्क को लगभग खत्म कर दिया था। जानकारी के अनुसार उस वक्त मोहम्मद अली ने अधारताल के रामनगर इलाके में एक घर भी खरीदा था। वह वहां सिमी सदस्यों और अन्य आतंकी संगठनों के गुर्गों के साथ मीटिंग करता था। उस वक्त इंडियन मुजाहिद्दीन के चार आतंकियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
खंडवा से लाई थी एटीएस
मोहम्मद अली की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम खंडवा गई थी। वहां से सफदर नागौरी का पकडकऱ जबलपुर लाया गया था। उस वक्त सफदर नागौरी को गोहलपुर थाने में रखा गया था। वहां एटीएस और पुलिस अधिकारियों ने उससे पूछताछ की थी। दोनों आरोपियों के पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक साहित्य बरामद हुए थे। उनके खिलाफ जबलपुर में भी कई मामले दर्ज हैं। इसलिए आरोपियों को पेशी पर जबलपुर न्यायालय लाया जाता है।