जबलपुर

मप्र के इस शहर में रहता था सिमी का खजांची, 2100 से ज्यादा थे सदस्य

मप्र के इस शहर में रहता था सिमी का खजांची, 2100 से ज्यादा थे सदस्य
 

जबलपुरFeb 20, 2022 / 12:06 pm

Lalit kostha

bomb blast

जबलपुर। अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपी जबलपुर निवासी सिमी के खजांची मोहम्मद अली ने वर्ष 2003 से 2008 के बीच शहर सहित आसपास के जिलो में सिमी का बड़ा नेटवर्क खड़ा किया था। इस दौरान उसने 2100 से अधिक सदस्य बनाए थे। उसने एक मदरसे में पढ़ाई के लिए आने वाले किशोरों को आपत्तिजनक साहित्य भी बांटे थे।

सिमी खजांची मोहम्मद अली ने तैयार किया था नेटवर्क
सफदर नागौरी को भी पकड़ कर लाई थी एटीएस
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में आरोपियों को सुनाई गई है सजा

2008 में हुआ था गिरफ्तार

एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड) ने वर्ष 2008 में मोहम्मद अली को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसके कई और गुर्गों का पता चला। एटीएस ने दो से तीन वर्षों के भीतर जबलपुर सहित आसपास के जिलों से सिमी के पूरे नेटवर्क को लगभग खत्म कर दिया था। जानकारी के अनुसार उस वक्त मोहम्मद अली ने अधारताल के रामनगर इलाके में एक घर भी खरीदा था। वह वहां सिमी सदस्यों और अन्य आतंकी संगठनों के गुर्गों के साथ मीटिंग करता था। उस वक्त इंडियन मुजाहिद्दीन के चार आतंकियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
खंडवा से लाई थी एटीएस
मोहम्मद अली की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम खंडवा गई थी। वहां से सफदर नागौरी का पकडकऱ जबलपुर लाया गया था। उस वक्त सफदर नागौरी को गोहलपुर थाने में रखा गया था। वहां एटीएस और पुलिस अधिकारियों ने उससे पूछताछ की थी। दोनों आरोपियों के पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक साहित्य बरामद हुए थे। उनके खिलाफ जबलपुर में भी कई मामले दर्ज हैं। इसलिए आरोपियों को पेशी पर जबलपुर न्यायालय लाया जाता है।

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