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शर्मसार हो गयी संस्कारधानी, दो-चार वर्ष की मासूम बच्चियों के साथ भी यौन उत्पीडऩ

locationजबलपुरPublished: Jun 05, 2019 01:29:17 am

Submitted by:

santosh singh

अबोध बच्चों के साथ हो रहे अपराध पर नजर दौड़ाएं तो घर और अभिभावकों की देखरेख में भी वे खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर पा रहे हैं। जनवरी से मई तक 13 ऐसे मामले सामने आए, जो सभ्य कहे जाने वाले संस्कारधानी के लेागों पर करारा तमाचा है…

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कोइरौना थाना इलाके के एक गांव का मामला

जबलपुर. एक तरफ बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए कई तरह के सख्त कानून बने हैं। कई संस्थाएं काम कर रही हैं, इसके बावजूद बड़ी संख्या में अबोध बच्चों के साथ अपराध हो रहे हैं। इसमें ऐसे बच्चों की संख्या अधिक है, जो घर और अभिभावकों की देखरेख में भी सुरक्षित नहीं हैं। जनवरी से मई तक पांच महीने के आंकड़ों पर नजर दौड़ाए तो 13 ऐसे मामले सामने आए, जो सभ्य कहे जाने वाले हमारे समाज पर करारा तमाचा है।
किसी भी तरह के आक्रमण (हिंसा या यौन उत्पीडऩ) के शिकार अबोध बच्चों के हक के लिए चार जून को अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। रेलवे स्टेशन पर दो से पांच वर्ष के कई बच्चे भीख मांगते हुए दिख जाएंगे। शहर में चौराहे-तिराहे हो या सिविक सेंटर की बात करें, यहां भी कई ऐसी महिलाएं दिख जाएंगी जो बच्चों को लेकर भीख मांगती हैं। उनकी गोद में दिखने वाले मासूम उनके बच्चे हैं या चोरी की, इसकी कभी पुख्ता जांच नहीं हो पाती है। जिले में पूर्व के वर्षों में भी ग्वारीघाट व मेडिकल से चार बच्चे गायब हो चुके हैं।
ये नवजात बच्चे मिले
01 मार्च को गोरखपुर में नाले में मिली नवजात बच्ची
14 मई को ग्वारीघाट के विसर्जन कुंड के पास मिला नवजात
08 मई रेलवे स्टेशन पर नौ महीने की बच्ची मिली
इनके साथ यौन अपराध-
07 मार्च को कोतवाली में बस ड्राइवर ने चार वर्षीय बच्ची के साथ दुराचार की कोशिश

20 मार्च को ढाई वर्ष मासूम के साथ कोतवाली में रिश्तेदार ने किया दुराचार की कोशिश
12 मई को बेलबाग में चार वर्षीय बालिका से बलात्कार की कोशिश
इनके साथ कुकृत्य
10 अप्रैल को हनुमानताल में बालक से कुकृत्य
30 अप्रैल को पाटन में पांच वर्षीय बच्चे के साथ कुकृत्य
यहां अपहरण
14 मई को अधारताल में डेढ़ वर्षीय नवजात का अपहरण
19 मार्च को एल्गिन से नवजात बच्चा चोरी हो गया, जिसे माढ़ोताल से पुलिस ने 24 घंटे में बरामद किया
ये मिल गए सही सलामत
27 अप्रैल को तिलवारा क्षेत्र में चार वर्ष की मासूम लावारिश हालत में मिली। सात मई को खुलासा हुआ कि मां की हत्या के बाद उसे सौतेला पिता छोड़ गया था।
02 मई को बेलबाग में चार वर्ष का बच्चा मिला, बरेला से खरीदी करने आए दम्पती से बिछड़ गया था
18 मई को पाटन के ढाई वर्ष की मासूम का अपहरण, आठ घंटे बाद आधा किमी दूर झाडिय़ों में मिली, अब तक आरोपी नहीं मिला
शिशुगृह मातृछाया में 19 बच्चे
सीडब्ल्यूसी के आदेश पर शिशुगृह मातृछाया में मौजूदा समय में पांच बच्चे व 14 बच्चियां हैं। इसमें चार लीगल फ्री हो चुके हैं। जिसमें एक बच्चे को विदेशी दम्पत्ती गोद लेने की प्रक्रिया पूरी कर चुका है। छह बच्चे के लगभग ऐसे हैं, जिसके माता-पिता हैं, लेकिन उन्हें अभी बच्चों को सौंपने पर सीडब्ल्यूसी को निर्णय लेना है।
यहां करें शिकायत-
100, 1098
वर्जन
बच्चों के साथ हुए किसी भी शिकायत पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करती है। अधिकतर ऐसे प्रकरणों में आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
शिवेश सिंह बघेल, एएसपी, क्राइम

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