मांगलिक कार्य: दस जुलाई से मांगलिक कार्यों पर लग चार माह का विराम
10 जुलाई से 24 नवम्बर तक ब्रेक
ज्योतिषाचार्य पं. जनार्दन शुक्ला ने बताया कि 10 जुलाई के बाद अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर माह में शुभ मुहूर्त नहीं होने से शादियों पर रोक रहेगी। इन चार महीनों के अलावा अन्य सभी महीनों में शादी और मांगलिक कार्यों के शुभ मुहूर्त मौजूद हैं। इस वर्ष चार नवंबर को देवउठनी एकादशी है। इस बीच शादियां नहीं होंगी। शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण 4 से 24 नवम्बर तक भी शादियां नहीं हो सकेंगी। 25 नवम्बर को फिर से विवाह मुहूर्त प्रारंभ हो जाएंगे।
जून जुलाई में ये हैं मुहूर्त
पं. शुक्ला के अनुसार 13, 17, 23 और 24 जून को शादी के लिए शुभ समय है। जुलाई में 4, 6, 7, 8 और 9 तारीख शादी के लिए उत्तम मुहूर्त है। इसके बाद 25 नवंबर से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे।
10 जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद चार माह तक मांगलिक, शुभ कार्यों पर पाबंदी लग जाएगी। इससे पहले 8 जुलाई को नमे भड़रिया या भड़रिया नवमी पर बड़ी संख्या में विवाह होंगे।
अबूझ मुहूर्त
बीते दो वर्षों में लॉकडाउन व कोरोना संक्रमण के चलते जो अभिभावक पुत्र-पुत्रियों का विवाह नहीं करा पाए थे, वे भी नमे भड़रिया के अबूझ मुहूर्त के बारे में विचार कर रहे हैं। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 8 जुलाई को आने वाला यह अबूझ मुहूर्त अक्षय तृतीया जैसा ही है। जून व जुलाई में जिनके विवाह मुहूर्त नहीं हैं, उनके परिजन पंडितों को फोन करने लगे हैं। सबसे ज्यादा उन वर-वधू के परिजन परेशान हैं, जिनकी कुंडली में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त एक साल तक नहीं है। इसीलिए वे 8 जुलाई को विवाह करना चाहते हैं।