वर्ष 2015 में केन्ट प्रशासन ने गुमटी संचालक को लोहे का एक बिल्ला दिया था। तत्कालीन सीईओ ने गुमटी वालों को यह हिदायत दी थी कि बिना बिल्ला के कोई भी गुमटी नहीं संचालित कर पाएगा अन्यथा वह अतिक्रमण की श्रेणी में आएगा और प्रशासन उसे वहां से हटा देगा। गुमटियां रखने की अनुमति के साथ रजिस्ट्रेशन फीस ली थी। फीस के अलावा गुमटी का टैक्स भी नियमित रूप से लिया जाता रहा।
गुमटी लगाने वालों ने बताया कि करीब एक वर्ष पहले केन्ट प्रशासन ने गुमटियों को व्यवस्थित बनाने की योजना बताई। उस समय केंट प्रशासन ने वादा किया था कि वे अपनी गुमटियां हटा लें। प्रशासन नई गुमटियां बना रहा है और उन्हें वे गुमटियां आवंटित कर देगा।
हुआ यह : केंट के नाके समीप करीब २४ गुमटियां तैयार की गई। गुमटियां तैयार होने के बाद केन्ट प्रशासन ने निजी गुमटी वालों को नई गुमटियां आवंटित करने का भरोसा दिलाया। जानकार कहते हैं कि गुमटियां आवंटन का समय आया तो प्रशासन ने रातों-रात गुमटियां अन्य लोगों को आवंटित कर दी।