शुभ विक्रम संवत् : 2076, संवत्सर का नाम : परिधावी्, शाके संवत् : 1941, हिजरी संवत् : 1440, मु.मास: सव्वाल तारीख 18, अयन : उत्तरायण, ऋतु : ग्रीष्म, मास : आषाढ, पक्ष : कृष्ण, तिथि – शाम 7.11 तक पूर्णा तिथि पंचमी उपरांत नंदा तिथि षष्ठी रहेगी। पूर्णा तिथि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। पूर्णा तिथि में शिव अभिषेक, शिव पूजन का का विशेष महत्व माना जाता है। आज के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना परम कल्याणकारी माना जाता है।
योग- रात्रि 8.14 तक विष्कुंभ उपरंात प्रीति योग रहेगा। शुभ कार्य हेतु प्रीति योग शुभ माना जाता है।
विशिष्ट योग- आज प्रसूति स्नान, वर कन्या वरण, देव पूजन कर्ज निपटारा, पत्र लेखन, भ्रमण, मनोरंजन हेतु दिवस शुभ रहेगा।
करण- सूर्योदय काल से कौलव उपरांत तैतिल तदंतर गरकरण का प्रवेश होगा। करण गणना सामान्य है।
नक्षत्र- लघुसंज्ञक अधोमुख नक्षत्र धनिष्ठा रात्रि 7.11 तक उपरांत शतभिषा नक्षत्र रहेगा। धनिष्ठा नक्षत्र में मंगलकारी कार्य अत्यंत मंगलकारी माने जाते हैं, परंतु लग्न शुद्धि का विचार करना आवश्यक मानाा जाता है। धनिष्ठा नक्षत्र में व्यापार, वाणिज्य, क्रय-विक्रय, खनिज सम्पदा, पठन-पाठन, शिल्प विद्या, जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त – आज इष्टिका दहन, कर्ज निपटारा, पत्र लेखन, भ्रमण, मनोरंजन, मित्र मिलन, सेवारंभ, बाग-बगीचा, पौधरोपण जैसे कार्य हेतु आज का दिन शुभ तथा सुखद रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 7.30 से 9.00 शुभ दोपहर 1.30 से 4.30 लाभ, अमृत तथा रात्रि 9.00 से 10.30 शुभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी
मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : मौना पंंचमी का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। आज के दिन शनि उपासना के साथ शिव आराधना परम कल्याणकारी रहेगी।
चन्द्रमा : प्रात: 6.34 तक मकर राशि मे उपरांत शनि प्रधान राशि कुंभ राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के मिथुन राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं। सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है। इस दिशा की ब्यापारिक यात्रा को यथासंभव टालना हितकर है। चंद्रमा का वास पश्चिम दिशा में है। सन्मुख एवं दाहिना चंद्रमा शुभ माना जाता है ।
राहुकाल : प्रात: 9.00.00 बजे से 10.30.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर गा, गी, गे, गि अक्षर सेे आरंभ कर सकते हैं। धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि कुम्भ होगी। राशि स्वामी शनि तथा ताम्रपाद पाया में जन्म माना जायेगा। कुम्भ राशि के जातक प्राय: सरल, प्रेमी, अनुशासनप्रिय, बुद्धिमान, निपुण, कुशल, गीत-संगीत मे रुचि रखने वाले, सुगंध तथा वाहन प्रेमी, मिलनसार, समाज सेवा में रुचि रखने वाले तथा परम हितैषी स्वभाव के होते हैं।