मानसून की बेरुखी, सावन में जेठ जैसी सता रही गर्मी-उमस
सावन में झमाझम बारिश का इंतजार बढ़ता जा रहा है। आसमान पर बादलों का डेरा हैं लेकिन, मानसून की बेरुखी परेशानी बढ़ा रही है। सावन के महीने में गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। गर्मी के कारण दिन में चैन और रातों में नींद खराब हो रही है। कूलर और पंखे चलने के बावजूद भी घरों में गर्मी से राहत नहीं मिल रही है।
शहर में मंगलवार को भी बारिश नहीं हुई। पर्याप्त आद्र्रता के बीच दिन और रात के तापमान में वृद्धि होने के कारण गर्मी के साथ उमस बढ़ गई। अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस था।
इसी प्रकार न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 27.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दक्षिणी हवा की औसत रफ्तर 4 किमी प्रति घंटा रही। हवा की रफ्तार धीमी होने के कारण गर्मी और उमस से राहत नहीं मिली। सुबह की आद्र्रता 70 और शाम की आद्र्रता 56 प्रतिशत रही। आद्र्रता अधिक होने से बादल छाए। देर रात शहर के कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई।
अब तक साढ़े 14 इंच बारिश
मौसम विभाग के अनुसार शहरी क्षेत्र में 374.7 मिमी (साढ़े 14 इंच) बारिश हुई है। शहर की औसत बारिश 52 इंच है। मानसून का आधा सीजन बीत चुका है और 25 फीसदी ही बारिश हुई है। कुछ क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक आरके दत्ता ने बताया, मानसून की द्रोणिका हिमालय की तराई से मप्र की ओर शिफ्ट हो रही है। दो दिन में बारिश शुरू होने का पूर्वानुमान है। हवा की दिशा दक्षिणी है लेकिन रफ्तार कम है। दक्षिणी हवा तेज हुई तो इस सिस्टम का असर जल्द होगा।