तब चिकित्सक डॉ. कल्पना गहलोत, एमएनआई शैलेश बिस्सा, एएनएम चितरंजनपुरी, आशा सुपरवाइजर अशोक कुमार, व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी देवीलाल व समदा अनुपस्थित मिले। अस्पताल मे कभी ऑपरेशन नहीं होते, न आवश्यक रिकॉर्ड अंकन होता है। ग्रामीणों से पूछने पर बताया कि चिकित्सक डॉ. कल्पना गहलोत बहुत कम आती है। अन्य कर्मचारी भी मुख्यालय पर नहीं रहते है।
ग्रामीणों ने लापरवाह चिकित्सक को हटाने की मांग की है। इसके बाद राजकीय सामुदायिक अस्पताल चामू का निरीक्षण किया। जहां 5 में से तीन चिकित्सक एक साथ अवकाश पर मिले। नियमानुसार एक साथ तीन चिकित्सक अवकाश नहीं ले सकते है। इसके बाद राजकीय प्राथमिक अस्पताल खुडियाला का आकस्मिक निरिक्षण किया। जहां कार्यरत चिकित्सक डॉ. कैलाश शर्मा अनुपस्थित मिला।
आंगनबाड़ी बंद तहसीलदार ने बताया कि सरकारी अस्पतालों के बाद आंगनबाड़ी केन्द्र केतु कल्लां, भीलों की ढाणी चामू, जोशियों का मोहल्ला चामू का निरीक्षण किया तो तीनों आंगनबाड़ी केन्द्र बंद मिले। तहसीलदार ने जिला कलक्टर को जांच रिपोर्ट प्रेषित कर लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की अभिशंसा की।