करण- सूर्योदय काल से विष्टि उपरांत वव तदनंतर वालव करण का प्रवेश होगा। करण गणना सामान्य है।
नक्षत्र- तीक्ष्णसंज्ञक ऊध्र्वमुख नक्षत्र अश£ेषा प्रात: 10.21 तक उपरांत क्रूरसंज्ञक नक्षत्र मघा रहेगा। अश£ेषा नक्षत्र गंडा़तमूलसंज्ञक नक्षत्र है इस नक्षत्र में जन्मे बालकों की मूलशांति अवश्य करवानी चाहिए जन्म के सत्ताइवें दिन उसी नक्षत्र की पुनरावृत्ति के दिन मूलशांति का विधान करने से जातक की अनिष्ट दशा का निवारण होता है।
शुभ मुहूर्त – आज भूमि क्रय विक्रय, कर्जनिपटारा, लेनदेन, देवदर्शन, सामाजिक सेवा, जनहितैषी कार्य, जलयंत्र निर्माण, जैसे कार्यों हेतु आज का दिन शुभ सुखद रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज सूर्योदय प्रात: 6.00 से 7.30 शुभ दोपहर 10.30 से 3.00 चर, लाभ, अमृत रात्रि 6.00 से 9.00 चर, अमृत की चौघडिय़ा शुभ मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज जयद योग, रवियोग, के साथ गुरु पूजन तथा श्री हरि विष्णु पूजन का उत्तम व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा।
चन्द्रमा : दोपहर 10.21 तक कर्क राशि में उपरांत सूर्य प्रधान राशि सिंह राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के तुला राशि में गुरु तुला राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का अनुराधा नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल दक्षिण दिशा में रहता है। इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा सम्भव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास उत्तर दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है। राहुकाल: दोपहर 1.30.00 से 3.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर ड़ी,डू़,ड़े,ड़ा अक्षर से आरम्भ कर सकते हैं। अश£ेषा नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि कर्क होगी, प्रात: 10.21 के उपरांत जन्मे बालकों का जन्म नक्षत्र मघा रहेगा। कर्क राशि के जातक प्राय: सरल, शांत, गम्भीर, प्रकृतिप्रेमी, उदारवादी, परिवार के प्रमुख तथा समाजसेवी स्वभाव के होते हैं। जीवन की उत्तरार्ध अवस्था में भाग्योदय के प्रबल अवसर प्राप्त होते हैं।