हर साल सवा दो लाख मीट्रिक टन का उत्पादन
8 से 10 हजार क्विंटल की आवक
जिले में पाटन, शहपुरा और मझौली विकासखंडों में मटर की सर्वाधिक पैदावार होती है। सहजपुर और मुख्य मंडी में रोजाना 8 से 10 हजार क्विंटल मटर की आवक हो रही है। इसमें 3 से 4 हजार क्विंटल की प्रतिदिन की खपत तो अकेले शहर में होती है।
कई तरह के फायदे
मटर का उपयोग न केवल सब्जी में किया जा सकता है बल्कि कई रोगों को दूर करने में यह सहायक होता है। जानकारों ने बताया कि डायबिटीज, कुष्ठ रोग, चेचक में यह लाभकारी होता है। यह कैंसर जैसी बीमारी को कम करने में सहायक है। खून के विकार, शरीर की जलन, सांस के रोग, भूख की कमी को दूर करने में भी फायदेमंद है।