कई बार पैसों अथवा परिवारिक कारणों के चलते छात्र कोटा में कोचिंग नहीं कर पाते हैं। अब वचुर्अल क्लास के माध्यम से सीधी पढ़ाई कराई जाएगी।
वीणा बाजपेयी, प्राचार्य, मॉडल स्कूल
जबलपुरPublished: Mar 08, 2019 01:45:42 am
shyam bihari
इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए लगेगी क्लास
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जबलपुर। सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले होनहार छात्र-छात्राओं को अब इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए कोचिंग की पढ़ाई के लिए कोटा नहीं जाना होगा। अभिभावकों को इसके लिए मोटी रकम भी नहीं खर्चनी होगी। अपने ही शहर में रहकर कोटा के शिक्षण संस्थान की सीधी पढ़ाई कर सकेंगे। प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को भी इसका लाभ दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे नवीन शैक्षणिक सत्र से लागू करने की तैयारी कर रहा है।
वर्चुअल होगी क्लास
ऑनलाइन कक्षाएं वर्चुअल क्लास के रूप में होंगी। जिसमें कोटा से विषय विशेषज्ञ अपनी कक्षाएं लगाएंगे। गणित, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बायोलॉजी, बॉटनी की पढ़ाई कराई जाएगी। स्कूल में करीब 200 छात्र एक साथ पढ़ सकेंगे। बच्चों को टिप्स एवं ट्रिक के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करवाया जाएगा।
331 उत्कृष्ट विद्यालयों का चयन
प्रदेश के 331 उत्कृष्ट विद्यालयों का चयन किया गया है जहां वर्चुअल क्लास स्थापित होंगी। जिले में कई स्कूलों में संसाधनों की कमी है। वर्चुअल क्लास तैयार करने के लिए कंप्यूटर सिस्टम, प्रोजेक्टर, हार्डवेयर, तकनीकी इंस्ट्रूमेंट, माइक आदि उपकरणों की आवश्यकता होती है। प्रदेश की 313 स्कूलों में से करीब 60 फीसदी स्कूलों में ही तकनीकी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं।
यह है स्थिति
331 मॉडल स्कूल चयनित
66 हजार से अधिक छात्र पढ़ेंगे
200 छात्रों की होगी एक स्कूल में व्यवस्था
07 उत्कृष्ट स्कूल जिले में
02 से 2.30 घंटे की होगी क्लास
02 से 4 लाख तक कोटा में है पैकेज
टॉपर को मिलता था स्थान
शिक्षा विभाग द्वारा दसवीं के परीक्षा परिणामों के आधार पर नि:शुल्क शिक्षण की व्यवस्था कराई जाती थी। हर जिले से केवल 6 टॉपर छात्रों को चुना जाता था लेकिन बड़ी संख्या में होनहार छात्र गरीबी, परेशानी के चलते शामिल होने से वंचित हो जाते थे।
कई बार पैसों अथवा परिवारिक कारणों के चलते छात्र कोटा में कोचिंग नहीं कर पाते हैं। अब वचुर्अल क्लास के माध्यम से सीधी पढ़ाई कराई जाएगी।
वीणा बाजपेयी, प्राचार्य, मॉडल स्कूल