news facts- पारे के ऊपर-नीचे होने से बिगड़ रही सेहत, त्वचा व हड्डी के केस ज्यादा
डॉक्टरों के अनुसार इस सीजन में पिछले वर्ष की अपेक्षा मरीजों की संख्या अधिक है, यह आश्चर्यजनक है। दिसंबर से अब तक मौसम के मिजाज में लगातार बदलाव हुआ। कभी शीतलहर वाली सर्दी की दस्तक हुई तो कभी गर्मी बढऩे पर दिन में जैकेट, स्वेटर उतारने पड़े। एक दिन में ही पारे 3 से 5 डिग्री तक उतार-चढ़ाव हुआ। इससे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आई और संक्रमण से बीमारियां बढ़ती गईं। मेडिकल अस्पताल में सोमवार से शनिवार तक ओपीडी के आंकड़ों के अनुसार 8221 मरीज पहुंचे। मेडिसिन के सर्वाधिक मरीज हैं। इनमें वायरल इंफेक्शन, ब्ल्ॉड प्रेशर, हाई डायबिटीज और गले में इंफेक्शन के मरीज ज्यादा हैं। सर्जरी, न्यूरो सर्जरी के केस आ रहे हैं।
मौसम के बार-बार बदलने से केस बढ़ गए हैं। वायरल, फेफड़े एवं गले में इंफेक्शन, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज के मरीजों की बीमारी बढ़ गई है। मौसम के परिवर्तन में वायरस एक्टिव हो जाता है। सीजन में पिछले वर्ष की अपेक्षा मरीज ज्यादा हंै।
– डॉ. प्रशांत पुणेकर, मेडिसिन
कमर और घुटना खासकर जोड़ों के दर्द के मरीज आ रहे हैं। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। सर्दी में आर्थराइटिस के मरीजों पर तकलीफ बढ़ जाती है। इस बार सीजन चेंज होने से इम्युनिटी प्रभावित हुई। खराब सडक़ों के कारण भी रीढ़ दर्द के मरीज आ रहे हैं।
– डॉ. केके पांडे, आर्थो सर्जन
त्वचा के रोग का कोई सीजन नहीं है। हर सीजन में सभी तरह के रोग हो रहे हैं। दाद, दाने निकलना, बाल झडऩा, चकत्ते, खुजली एवं सिरोसिस के मरीज आ रहे हैं। गुप्त रोग के केस भी हंै। प्रदूषण के साथ ही सीजन बदलने के कारण बुरा असर हुआ।
– डॉ. नेहा गुप्ता, त्वचा रोग