जेसीटीएसएल के मुताबिक अभी 24 बसें आई हैं। इनमें 13 बसों को ऑन रोड किया गया है। शेष बसें परमिट मिलते ही मार्गों पर चलेंगी। अभी ये छिंदवाड़ा, सिवनी, कटनी, पन्ना, छतरपुर, दमोह, हटा, सागर, भोपाल आदि जगहों पर चल रही हैं। 51 बसों के लक्ष्य में 27 बसें जल्द शामिल होने वाली हैं। इससे इंदौर, खजुराहो, अमरकंटक, रीवा, टीकमगढ़ आदि भी जबलपुर से सीधा जुड़ जाएगा।
ये हैं विशेषताएं
ऑनलाइन टिकिटिंग
आरामदायक बैठक
ओवरलोडिंग शून्य
समयबद्धता
एयर सस्पेंशन
शासकीय मूल्य पर किराया
जीपीएस से ले सकते हैं लोकेशन
ठेके की मुख्य शर्ते
जेसीटीएसएल द्वारा सूत्र सेवा में निजी बस ऑपरेटर की बसें ठेके पर हैं, जो जेसीटीएसएल के प्लान पर बसें दौड़ा रहे हैं। ठेका शर्तों में बस का रखरखाव आदि ऑपरेटर के जिम्मे हैं, जिसमें सरकार का चालीस फीसदी शेयर है। यह अनुबंध सात वर्ष के लिए किया गया है। बस ऑपरेटिंग के दौरान आने वाली गड़बड़ी में सरकार ऑपरेटर की बैंक गारंटी जब्त करके उससे भरपाई कर सकेगी।
सचिन विश्वकर्मा, सीईओ, जेसीटीएसएल