नवम्बर 2018 में युवती घमापुर क्षेत्र में घूमते हुए मिली थी
परिवार परामर्श केंद्र के अंशुमन शुक्ला ने बताया कि नवम्बर 2018 में युवती को घमापुर क्षेत्र में घूमता देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। उसे शेल्टर होम में रखा गया था। युवती की फोटो सोशल मीडिया के साथ पश्चिम बंगाल और झारखंड के थानों में भेजी गई। कोलकाता पुलिस ने भी युवती की फोटो वाट्स ऐप ग्रुप में वायरल कर दिया। वहां की पुलिस के साथ वेंडर, डिलेवरी बॉय, हॉकर आदि के भी वाट्स ऐप ग्रुप हैं। युवती की फोटो पहचान कर कोलकाता में एनजीओ संचालक सुदीप राय ने वार्ड क्रमांक 18 कोलकाता निवासी उसके माता-पिता से सम्पर्क किया। सुदीप उन्हें लेकर शनिवार को जबलपुर पहुंचे। महिला परिवार परामर्श केंद्र की मदद से एसपी अमित सिंह ने युवती को उसके माता-पिता के सुपुर्द किया।