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कभी न कभी तो मिलेगा ‘सम्मान’

locationजबलपुरPublished: Feb 09, 2019 09:17:42 pm

Submitted by:

manoj Verma

19 साल से फ्रीडम फाइटर के लिए न्याय की फरियाद

कभी न कभी तो मिलेगा 'सस्मान'

freedom fighter

जबलपुर। आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले एक नौजवान का परिवार आज भी अपने पूर्वज को सम्मान दिलाने भटक रहा है। नंदू पटेल कहते हैं कि उसके नाना स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में जेल गए थे। जेल रिकार्ड उसके पास है। शासन की ओर से उसके नाना के दो साथियों को सस्मान दिया गया है लेकिन उसे इसका हक नहीं मिला। शासन के हर स्तर तक उसने अपनी पीड़ा बताई है लेकिन उसके बाद भी कुछ नहीं हो सका। नंदू पटेल का कहना है कि उसके नाना भुल्लू उर्फ मन्नू काछी 26 जून 1923 को धारा 447 भादवि के तहत जेल गए थे। इनके साथ अन्य दो साथी भी थे। एमएफसी न्यायालय से दी गई तीन माह जेल की सजा के बाद वे 25 सितंबर 1923 को उन्हें रिहा किया गया था। नंदू कहते हैं जेल से लौटने के बाद नाना की हालत खराब हो गई थी और उनकी मृत्यु 1954 में बसंत पंचमी के दिन हो गई थी।
दो को मिला सम्मान
रामाधीन वल्द जग्गू और देवीप्रसाद वल्द नाथूराम का जिले की फ्रीडम फाइटर लिस्ट में नाम है। ये दोनों उनके नाना के साथ ही जेल गए थे।

कलेक्टर से लेकर विस उपाध्यक्ष तक गुहार
नंदू पटेल ने हक पाने के लिए कलेक्टर से लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष तक गुहार लगाई है। हाल ही में वित्त मंत्री तरूण भनोट सहित विस उपाध्यक्ष हिना कांवरे को इस सच्चाई से अवगत कराया है, जहां उन्हें आश्वासन मिला।
मेरी मां अपने माता-पिता की इकलौती संतान थीं। मैं 69 साल का हो गया हूं। 19 साल से अपने नाना को सस्मान दिलाने के लिए भटक रहा हूं। आगे भी इसके लिए प्रयासरत रहूंगा।
नंदू पटेल
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