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चांदी जैसी चमकने वाली रेत कहीं खून से लाल न हो जाए!

locationजबलपुरPublished: Jun 13, 2020 10:21:34 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर जिले में रेत खनन में ताकत दिखा रहे हैं एक ही पार्टी के नेताओं के बेटे
 
 

ret mining

रेत खनन

जबलपुर। रेत खनन का ठेका स्वीकृति और खनन अनुमति जारी होने के साथ ही जबलपुर जिले में खूनी जंग की आहट दिखने लगी है। एक ही राजनीतिक दल से जुड़े वर्तमान और पूर्व विधायकों के बेटों ने रेत खनन को अपने वजूद का सवाल बना लिया है। दोनों सत्तापक्ष के हैं। दोनों रसूखदार हैं। बाहुबली भी होने का दावा करते हैं। चमकीली रेत के खूनी रंग लेने की आशंकाओं के बीच यहां पुलिस अधीक्षक को दो पेज की गोपनीय रिपोर्ट भेजी गई है। इसमें वहां तनाव के चलते खूनी संघर्ष की आशंका व्यक्तकी गई है।

जबलपुर जिले में रेत खदान का ठेका 31.54 करोड़ में एक ग्रुप को मिला है। इसमें नरसिंहपुर जिले के कुछ विधायक और जबलपुर के कुछ लोगों के पार्टनर के रूप में शामिल होने की बात कही जा रही है। रेत खनन की अनुमति मिलने के साथ ही रंजिश भी सामने आने लगी है। इसकी शुरुआत नौ जून को झांसीघाट पर हुई। पुलिस सूत्रों की मानें, तो यहां जिले के एक पूर्व विधायक के बेटे की ओर से वर्चस्व बनाते हुए खनन कराने का कोशिश की जा रही है। नरसिंहपुर जिले के एक विधायक का बेटा इसके लिए तैयार नहीं है। नौ जून को झांसी घाट पर 60 वाहनों के काफिले के साथ उक्त विधायक पुत्र झांसी घाट पहुंचा। इधर से पूर्व विधायक का बेटा 40 वाहनों के काफिले के साथ निकला। जिसे शहपुरा पुलिस ने बस स्टैंड के पास रोक लिया। सीमावर्ती जिले के विधायक पुत्र ने समर्थकों के साथ शहपुरा, बेलखेड़ा, भेड़ाघाट, चरगवां, बरगी में 60 वाहनों के साथ रैली निकाल कर अपनी ताकत दिखाई। 10 जून को पूर्व विधायक के बेटे ने इसी तरह 50 वाहनों के काफिले के साथ इन क्षेत्रों में शक्तिप्रदर्शन किया।

रेत खनन को लेकर जिस तरह यहां हालात बिगड़ रहे हैं, उससे बरगी विधानसभा क्षेत्र में तैनात कई थाना प्रभारी अब वहां से हटने की कवायद में जुटे हैं। प्रकरण हाईप्रोफाइल और एक ही पार्टी से जुड़ा होने की वजह से पुलिस अधिकारी भी कुछ कहने से बच रहे हैं। दोनों गुटों में तनाव दूर करने के लिए शहर के एक नामी होटल में कई दौर की बैठक हो चुकी है। अभी तक दोनों गुट जिद पर अड़े हैं। पूर्व विधायक के बेटे का दावा है कि उसके क्षेत्र में उसकी मर्जी के बिना कोई उत्खनन नहीं कर पाएगा। वहीं सीमावर्ती विधायक के बेटे की जिद है कि वह ऐसा करके दिखाएगा।

रेतमाफिया से विवाद के कारण हत्या
जबलपुर के ही भेड़ाघाट के लम्हेटाघाट में हुए 22 वर्षीय स्वदीप पटेल की हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपी कदम तलैया बेलबाग निवासी पवन सोनकर ने बड़ा खुलासा किया। बताया कि 10 दिन पहले सगडा निवासी रेत माफिया रामेश्वर साहू के यहां विवाद हुआ था। रामेश्वर गढ़ा स्टेशन के पास रेत डम्प कर बेचता है। उसी की रेत उठवाने अमित गया था। तब रामेरश्व की ओर से मौके पर बंटी उर्फ आशीष पटेल अन्य लोगों के साथ पहुंचा था। इसी रंजिश का जिक्र वारदात से पहले हुआ था।

पुलिस के अनुसार पवन सोनकर ने पूछताछ में बताया कि वह अपना साथी अमित सोनकर के साथ दोस्त तारेन लोधी के पास गया। वहां से वे तारेन के मित्र बंटी लोधी से भी है। तारेन, अमित, पवन व दुर्गेश शराब पीने भेड़ाघाट गए थे। उसी दौरान तारेन बंटी के प्लॉट साइड पर ले गया। वहां उसने अमित का बंटी से परिचय कराया। फिर सभी ने साथ में शराब पी और भोजन किया। भोजन के दौरान ही अमित ने बंटी से विवाद का जिक्र किया। कहा कि उस दिन वह उसे मारने वाला था। इस पर बंटी के भतीजे स्वदीप ने विरोध किया और कहासुनी बढ़ गई। तारेन व दुर्गेश बाइक स्टार्ट कर जाने लगे, तभी अमित ने स्वदीप के सीने पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए।

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